कलेक्टर की एक अपील पर जरूरतमंदों को राशन और राहत पैकेट देने उमड़ पड़े शहर के दानदाता

रायपुर। कोरोना वायरस की महामारी के संकट और रायपुर शहर के लॉक डॉऊन के कारण रोज कमाने और खाने वाले श्रमिक,प्रवासी नागरिक और जरूरतमंद भूखे ना रहें इसलिए जिला प्रशासन रायपुर की अपील पर शहर के कई दानदाता बढ़ – चढ़ कर अपनी सामर्थ्य शक्ति के अनुसार दान दे रहे है।
कलेक्टर रायपुर डॉ. एस. भारतीदासन ने गत दिनों एक अपील जारी कर नगरवासियों से अनुरोध किया था कि वर्तमान राष्ट्रीय संकट की स्थिति में कई जरुरतमंदों की दैनिक आवश्यक्ताओं को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन को राशन सामग्रियों के राहत पैकेट की देने का सहयोग करें।
जिला प्रशासन के आपातकालीन खानपान व्यवस्था के नोडल अधिकारी व जिला पंचायत के सीईओ श्री गौरव सिंह ने बताया कि कई संस्थाएं और नागरिक बड़ी संवेदनशीलता और उदारता के साथ दान दे कर जिला प्रशासन को सहयोग कर रही हैं। इसके लिए जिला प्रशासन सबका आभाऱी है। उन्होंने बताया कि बूढ़ापारा इंडोर स्टेडियम में लगातार दान सामग्रियां आ रही है। इसमें लोग अपनी सामर्थ्य शक्ति के अनुसार छोटा – बड़ा दान दे रहे हैं। कई लोग बोरियों में और कई लोग राशन के राहत पैकेट बना कर दान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन नगरीय निकायों के माध्यम से जरूरतमंदों को राहत पैकेट वितरित कर रहा है।
हर सक्षम व्यक्ति दस परिवारों की मदद करे
राजस्थान के सीकर जिले में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के कारण राजस्थान सरकार से भामाशाह अवार्ड से सम्मानित व्यवसायिक फर्म सन एंड सन् के मुखिया कैलाशचंद्र शर्मा ने परिवार की ओर से जरूरतमंदों के लिए सन एंड सन ग्रुप नें 100 क्विंटल चावल, 49.50 क्विंटल दाल 47.25 क्विंटल नमक दान में दिया है। शर्मा परिवार का यह मानना है कि संकट के समय में यह मानवता की भावना से की गई सेवा है। इसमें सबको आगे आ कर गरीबों की मदद करना चाहिए।
एसोसियेशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राईड के पंकज चोपड़ा ने जिला प्रशासन को सहयोग करते हुए 50 क्विंटल चावल 5 क्विंटल दाल, 5 क्विंटल नमक, 1000 – 1000 पैकेट हल्दी व साबुन दिया है। श्री चोपडा का कहना है कि इस महामारी में दिहाड़ी मजदूरों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई है। वे कहते हैं कि मेरा यह मानना है कि हर सक्षम व्यक्ति को दस परिवारों की मदद करना चाहिए। वहीं व्यवसायी और वालफोर्ट सिटी निवासी महेश वाधवानी ने जिला प्रशासन के माध्यम से गरीबों की मदद को अपना फर्ज और जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि हमने यहीं से लिया है और वहीं आज हम दूसरो को दे रहें है। श्री वाधवानी कहते हैं कि यदि जरुरत पड़ी को हम जिला प्रशासन को आगे और भी सहयोग देंगे। उन्होंने 80 क्विंटल चावल व 4.80 क्विंटल दाल सहयोग के रुप में दिया है।