Mobile Medical Unit : 14 माह में 15 लाख से अधिक मरीजों का उपचार
41 प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध होने से मिल रहा है लाभ
रायपुर, 19 जनवरी। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के साथ गरीबों का त्वरित इलाज कर उन्हें स्वस्थ बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उठाए गए कदम का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत गरीब परिवारों का दिल जीत रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देशन में 1 नवंबर 2020 को प्रदेश के 14 नगर पालिक निगमों में प्रारंभ हुई इस योजना से अभी तक 15 लाख से अधिक मरीजों का उपचार हो चुका है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत लगने वाले कैम्प और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वालों की संख्या देखी जाए तो हर माह एक लाख से अधिक मरीज मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वस्थ हो रहे हैं। मोबाइल मेडिकल यूनिट में करीब 41 प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध होने से सभी वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।
गरीबों को मिल रहा लाभ
हर गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति चाहता है कि जब वह बीमार पड़े तो उसे अपने इलाज के लिए भटकना न पड़े। छोटी-छोटी बीमारी के लिए अपने काम धंधे बंद कर डाक्टरों से अपॉइंटमेंट लेना और कतार में लग कर इलाज कराने से हर कोई बचना चाहता है। लोगों की इसी जरूरतों को ध्यान रख छत्तीसगढ़ में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अब इन्हीं उद्देश्यों और लक्ष्यों को न सिर्फ पूरा कर रही है। बल्कि अपने मुहल्ले में ही कैंप लगने से लोगों को इलाज में बहुत सहूलियत होने लगी है।
20 हजार से अधिक शिविर आयोजित
1 नवम्बर 2020 को प्रदेश के 14 नगर पालिक निगम में शुरू हुई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 20 हजार 500 शिविर में 14 लाख 31 हजार 383 मरीज लाभान्वित हुए हैं। वहीं दाई दीदी क्लीनिक अंतर्गत 1014 शिविर में 77017 मरीजों का उपचार किया जा चुका है। मोबाइल मेडिकल यूनिट से अब तक 15 लाख से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिल चुका है। नगरीय क्षेत्रों में स्लम में रहने वाले मजूदरों, गरीबों के लिए यह योजना राहत के समान है।
प्रति एमएमयू 70 मरीजों को मिल रहा स्वास्थ्य लाभ
मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्लम इलाकों में कैंप लगाकर इलाज एवं स्वास्थ्य जांच की जाती है। शिविर में आकर अपना इलाज कराने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक लगाए गए शिविर में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वाले मरीजों का औसत देखे तो प्रति एमएमयू 70 मरीजों को इसका लाभ मिल रहा है। दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से प्रति एमएमयू 76 महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत दाई-दीदी क्लीनिक देश की ऐसी पहली अभिनव योजना है जिसमें महिला चिकित्सक से लेकर अन्य स्टाफ महिलाएं है। यहां महिलाओं द्वारा महिलाओं के इलाज किए जाने से स्लम सहित आसपास की महिलाएं बेझिझक अपना उपचार करा पाती है।
दाई-दीदी क्लिनिक में इतनी महिलाओं को हुआ लाभ
दाई-दीदी क्लीनिक में 1014 कैंपों में 77017 महिलाएं इससे लाभन्वित हुई है। 11 लाख 91 हजार 826 को किया गया दवा का वितरण
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 14 माह में 11 लाख 91 हजार 826 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
कहां कितनी शिविर लगाई
रायपुर में सबसे अधिक 5301 शिविर में 3 लाख 46 हजार 385 मरीज लाभान्वित हुए हैं और 310793 मरीजों को दवा का वितरण किया गया है।
- बिलासपुर में 1411 शिविरों में 120865 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- दुर्ग में 1419 शिविरों में 100791 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- कोरबा में 2540 शिविरों में 184292 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- राजनांदगांव में 1415 शिविरों में 114025 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- भिलाई में 1065 शिविरों में 83133 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- रिसाली में 712 शिविरों में 51148 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- भिलाई चरोदा में 703 शिविरों में 44842 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- अंबिकापुर में 1297 शिविरों में 95094 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- जगदलपुर में 1368 शिविरों में 75191 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- रायगढ़ में 1323 शिविरों में 86235मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- कोरिया चिरमिरी में 608 शिविरों में 29161 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
- बीरगांव में 672 शिविरों में 41565 मरीज लाभान्वित हुए हैं।
दवाओं का वितरण
रायपुर में सर्वाधिक (Mobile Medical Unit) 3 लाख 10 हजार 793 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- बिलासपुर में 116162 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- कोरबा में 112128 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- भिलाई में 76844 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- दुर्ग में 87887 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- राजनांदगांव में 105654 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- रायगढ़ में 82123 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- अंबिकापुर में 62431 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- बीरगांव में 33246 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- रिसाली में 40403 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- भिलाई चरोदा में 37506 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- चिरमिरी में 19813 मरीजों को दवाओं को वितरण किया गया है।
- जगदलपुर में 62159 मरीजों को दवाइंयों का वितरण किया गया है।
2 लाख से अधिक मरीजों का हुआ लैब टेस्ट
मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से 20500 कैंपों में लगभग 2 लाख 68 हजार 50 मरीजों का लैब टेस्ट भी हुआ है। सबसे अधिक रायपुर नगरीय क्षेत्र के मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- रायपुर में 71285 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- बिलासपुर में 12940 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- कोरबा में 25456 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- अंबिकापुर में 21649 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- दुर्ग में 16489 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- भिलाई में 14537 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- राजनांदगांव में 23836 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- रायगढ़ में 16021 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- जगदलपुर में 15062 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ।
- बीरगांव में 10404 मरीजों का लैब टेस्ट हुआ है।