छत्तीसगढ

जनसंख्या अनुपात के हिसाब से अनुसूचित जातियों को दिया जाएगा आरक्षण, cg की पहली करुणामयी महिला सांसद मिनीमाता की पूण्यतिथि पर सम्वेदनशील cm का ऐलान

रायपुर। छत्तीसगढ़ में जल्द ही अनुसूचित जातियों को जनसंख्या के अनुपात के हिसाब से आरक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी। ये ऐलान आज छत्तीसगढ़ की पहली करुणामयी  महिला सांसद मिनीमाता की पूण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश का सम्वेदनशील cm भूपेश बघेल ने किया। उन्होंने कार्यक्रम में गुरूघासीदास साहित्य एवं संस्कृति समिति के अध्यक्ष के.पी. खांडे ने मांग पत्र देते हुए कहा कि ‘प्रदेश में अनुसूचित जातियों को 12 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है, जबकि जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ अनुसूचित जातियों की जनसंख्या 12.8 प्रतिशत है’। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ में 11 कन्या आश्रम शुरू करने की मांग को राज्य सरकार के आगामी बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया। साथ ही cm ने मिनीमाता गृह निर्माण सहकारी समिति को नया रायपुर में जमीन आवंटित करने की मांग पर भी सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

मिनीमाता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ‘बाबा गुरु घासीदास ने समाज के कमजोर वर्ग के सामाजिक उत्थान के लिए जो काम शुरू किए, उन्हें कानूनी जामा पहनाने का काम सांसद के रूप में मिनीमाता ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ मिलकर संसद में किया’। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिनीमाता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर श्री बघेल ने सतनाम पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास की जन्मस्थली और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम को उसकी गरिमा के अनुसार विकसित करने के लिए हर संभव सहयोग देने की बात कही।

मिनीमाता ने अपना जीवन समाज को समर्पित किया
छत्तीसगढ़ के मुखिया ने कहा कि ‘संसद में अस्पृश्यता निवारण कानून पारित कराने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था’। उन्होंने कहा कि ‘मिनीमाता ने अपना पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया। मिनीमाता हर समाज के लिए संसद में आवाज बुलंद करती थीं और उन्हें न्याय दिलाने का भरसक प्रयास करती थीं’।

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