रायपुर, 9 जून। NIA : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में नक्सल गतिविधि में सक्रिय 21 माओवादियों की तलाश में है। एनआईए ने नक्सल कमांडर माडवी हिड़मा पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। ये नक्सली बस्तर के झीरम घाटी हमले सहित कई मामलों में हिड़मा मुख्य आरोपित है। हिड़मा पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) का कमांडर है। वह सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में सक्रिय है।
21 नक्सलियों पर इनाम घोषित
वहीं, एनआइए ने आंध्र प्रदेश के खूंखार नक्सली नंबाला केशव राव उर्फ बसनराज पर 50 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। झीरम घाटी नक्सली हमले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला, बस्तर टाइगर के नाम से पहचाने जाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा सहित 32 लोगों की मौत हुई थी।
वहीं माओवादी कमांडर हिड़मा उर्फ हिड़मन्ना उर्फ माड़वी हिड़म उर्फ हिडमालु उर्फ संतोष के खिलाफ 25 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। वहीं दो माओवादियों के खिलाफ 7-7 लाख रुपये, चार माओवादियों पर 5 लाख रुपये, तीन माओवादियों पर 2.50 लाख रुपये, आठ माओवादियों पर 1 लाख रुपये एवं दो माओवादियों पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया है।
मोस्टवांटेड नक्सली है हिड़मा
हिड़मा पर इससे पहले पुलिस ने भी 25 लाख का इनाम घोषित किया था। NIA ने हिड़मा को सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पूवर्ती गांव का निवासी बताया है। हिड़मा को संतोष उर्फ इंदमुल उर्फ पोडियाम भीमा जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। वह छत्तीसगढ़ पुलिस समेत कई नक्सल प्रभावित राज्यों की पुलिस के लिए मोस्टवांटेड नक्सली है।
इन बड़ी वारदातों में शामिल
हिड़मा एंटी नक्सल आपरेशन के आला अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2010 में ताड़मेटला में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 76 जवानों के बलिदान में हिड़मा NIA की अहम भूमिका मानी जाती है। वर्ष 2017 में बुरकापाल में हुए हमले में भी हिड़मा ही मास्टरमाइंड था। इस हमले में 25 जवानों का बलिदान हुआ था। बीजापुर में फोर्स पर उसके नेतृत्व में ही हमला हुआ था। इसमें 22 जवान बलिदान हुए थे।