बिहार, 16 नवंबर। Nitish Oath : बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेने वाली है। अगले 48 घंटे में नई एनडीए सरकार के गठन की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जेडीयू के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने पुष्टि की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पद से इस्तीफा देंगे, ताकि नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो सके।
सोमवार को नीतीश देंगे इस्तीफा
सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह नीतीश कुमार अपनी सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसके तुरंत बाद वे राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे। इस्तीफे के बाद वे जेडीयू विधायकों की बैठक में शामिल होंगे, जहां 85 नवनिर्वाचित विधायक आगे की रणनीति तय करेंगे। जेडीयू की बैठक के बाद एनडीए की अलग बैठक होगी, जिसका समय और स्थान अभी तय नहीं है।
भाजपा दे सकती है औपचारिक बयान
एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के 89 विधायक नई सरकार में अहम भूमिका निभाने वाले हैं। सूत्र बताते हैं कि रविवार या सोमवार को भाजपा सरकार गठन पर औपचारिक बयान जारी कर सकती है। इसके तुरंत बाद एनडीए विधायक नीतीश कुमार को अपना नेता चुनेंगे, जिससे उनका एक बार फिर मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।
शपथ ग्रहण समारोह बुधवार या गुरुवार को होने की संभावना है।
पटना में दिनभर चली राजनीतिक हलचल
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर राजनीतिक हलचल पूरे दिन जारी रही। नीतीश कुमार से मिलने वालों में शामिल रहे, केंद्रीय मंत्री व एलजेपी(आरवी) प्रमुख चिराग पासवान, जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह, संजय झा, विजय कुमार चौधरी, भाजपा नेताओं में श्याम रजक, नितिन नवीन, कृष्ण कुमार मंटू, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा सभी नेताओं ने नई सरकार की संरचना और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
दिल्ली में भी चली बैठकों की मैराथन
दिल्ली में जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात में, मंत्रालयों के बंटवारे, नई सरकार की संरचना को लेकर विस्तृत बातचीत हुई। संजय झा ने कहा, बिहार की जनता ने सुशासन पर भरोसा जताया है। सबसे अधिक विश्वास नीतीश कुमार पर है।
उपेंद्र कुशवाहा से भी मुलाकात, समर्थन पक्का
पटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आरएलएम प्रमुख (Nitish Oath) उपेंद्र कुशवाहा और उनके चार विधायकों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि, एनडीए की जीत भारी और निर्णायक है। महागठबंधन की राजनीतिक सफाई पूरी हो चुकी है।

