PM Modi’s Birthday : मोदी ने इन 10 बड़ी योजनाओं के साथ जनता तक बनाई पहुंच…! बदली देश की तस्वीर…मध्यम वर्ग को दी नई उम्मीद

नई दिल्ली, 17 सितंबर। PM Modi’s Birthday : आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में जन्मे मोदी जी ने तीसरी बार देश की बागडोर संभालकर इतिहास रच दिया है। उनके नेतृत्व में भारत ने न सिर्फ वैश्विक मंच पर अपनी पकड़ मजबूत की, बल्कि देश के आम नागरिकों तक पहुंचने वाली योजनाओं के जरिए विकास को ज़मीनी हकीकत भी बनाया।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल की सबसे खास बात यह रही कि सरकारी योजनाएं सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि मुफ्त अनाज, रोज़गार, मकान, स्वास्थ्य, और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं अब करोड़ों परिवारों की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं।
आइए जानें मोदी सरकार की 10 सबसे प्रभावशाली योजनाएं, जिन्होंने देश के करोड़ों लोगों की ज़िंदगी को सीधे तौर पर प्रभावित किया।
मोदी सरकार की 10 बड़ी योजनाएं
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)
हर गरीब को पक्का मकान देने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना के तहत अब तक करोड़ों परिवारों को अपने घर का सपना साकार हुआ है। अब तक करोड़ों परिवारों को पक्का मकान मिल चुका है।
आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY)
दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। गरीबों के लिए शुरू की गई दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना, जिसके तहत लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज सरकारी और निजी अस्पतालों में उपलब्ध कराया जा रहा है।
पीएम सूर्यघर योजना
हाल ही में शुरू की गई इस योजना का लक्ष्य है 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली। हर घर को सौर ऊर्जा से रोशन करने की दिशा में बड़ा कदम। योजना के तहत 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का लक्ष्य है, जिससे लाखों परिवारों का बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है। लाखों घरों की छतों पर अब सोलर पैनल लग रहे हैं और बिजली का खर्च कम हो रहा है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY)
कोविड महामारी के दौरान शुरू हुई यह योजना आज भी जारी है। इसके तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुद्रा योजना
स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाली यह योजना छोटे व्यापारियों, युवाओं और महिलाओं के लिए बिना गारंटी लोन प्रदान करती है। इसका लाभ सीधे छोटे व्यवसायों को मिलता है। करोड़ों युवाओं, महिलाओं और स्वरोज़गार करने वालों को इसका फायदा मिला है। अब तक करोड़ों लोगों ने इसका लाभ उठाकर अपनी आजीविका सशक्त की है।
स्वच्छ भारत मिशन
स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाकर देशभर में शौचालय निर्माण और खुले में शौच से मुक्ति को प्राथमिकता दी गई। हर घर में शौचालय, स्वच्छता और खुले में शौच से मुक्ति दिलाने वाली यह जन-आंदोलन बन चुकी योजना ने सामाजिक स्वास्थ्य की दिशा में क्रांति ला दी है। इसका प्रभाव सीधे स्वास्थ्य और सामाजिक सम्मान पर पड़ा है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)
देश के करोड़ों किसानों को हर साल ₹6,000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके खातों में भेजी जाती है। इससे किसान परिवारों को स्थिर आमदनी और आत्मनिर्भरता की दिशा में मदद मिली है।
ई-नाम (e-NAM)
डिजिटल कृषि बाजार प्रणाली के माध्यम से किसानों को अपनी फसल का बेहतर मूल्य और सीधा बाज़ार मिला है। किसानों को अपनी फसल के बेहतर दाम और व्यापक बाज़ार उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई यह डिजिटल कृषि मंडी प्रणाली किसानों को सशक्त बना रही है। यह कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देती है।
अटल पेंशन योजना
असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए सुरक्षित वृद्धावस्था सुनिश्चित करने वाली यह योजना करोड़ों लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है। इससे लाखों लोगों को निश्चित पेंशन का लाभ मिल रहा है।
उज्ज्वला योजना
गरीब परिवारों, विशेषकर ग्रामीण महिलाओं को धुएं से राहत देते हुए मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किया गया। यह योजना महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक साबित हुई है।
जमीनी हकीकत से जुड़ी योजनाएं, सीधे लाभार्थियों तक पहुंचा लाभ
प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं की खासियत यह रही है कि इनमें बिचौलियों की भूमिका नगण्य रही है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) और डिजिटल इंडिया की बदौलत लाभ सीधे लाभार्थियों के खातों तक पहुंचा।
जनता की जुबान पर मोदी सरकार की योजनाएं
इन योजनाओं ने न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को राहत दी है, बल्कि सरकार और जनता के बीच विश्वास का पुल भी मजबूत किया है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता न सिर्फ भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी लगातार बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर देशभर में सेवा पखवाड़ा, स्वच्छता अभियान, और रक्तदान शिविरों जैसे आयोजन भी हो रहे हैं, जो उनके “सेवा ही संकल्प” के सिद्धांत को दर्शाते हैं।