मेक्सिको सिटी, 09 नवंबर। President of Mexico : मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान अभद्रता की घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ के बीच से एक व्यक्ति राष्ट्रपति के पास पहुंचता है, पहले उनके कंधे को छूता है और फिर उन्हें चूमने की कोशिश करता है।
यह घटना मेक्सिको सिटी की एक सड़क पर उस समय हुई जब शिनबाम जनता से हाथ मिला रही थीं। सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उस व्यक्ति को पीछे खींच लिया।
अद्भुत संयम से शिनबाम ने दी प्रतिक्रिया
वीडियो में दिखाई देता है कि राष्ट्रपति शिनबाम ने इस पूरे घटनाक्रम के बावजूद अद्भुत शांति और संयम दिखाया। उन्होंने गुस्सा दिखाने के बजाय मुस्कुराते हुए केवल इतना कहा, चिंता मत करो।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह व्यक्ति नशे की हालत में प्रतीत हो रहा था। अब तक राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
भीड़ में मिलने-जुलने की आदत बनी जोखिम
क्लाउडिया शिनबाम को उनके जनता से सीधे संवाद करने वाले स्वभाव के लिए जाना जाता है। अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर की तरह, वे अक्सर बिना सख्त प्रोटोकॉल के लोगों से हाथ मिलाती हैं, सेल्फी लेती हैं और बातचीत करती हैं। हालांकि इस घटना ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि क्या ऐसे खुले सार्वजनिक कार्यक्रमों में पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम मौजूद हैं।
मेक्सिको में बढ़ते राजनीतिक खतरे
मेक्सिको पिछले कई वर्षों से संगठित अपराध, ड्रग कार्टेल और राजनीतिक हिंसा से जूझ रहा है। हाल ही में पश्चिमी राज्य मिशोआकेन के उरुआपान में मेयर कार्लोस अल्बर्टो मैनजो रोड्रिगेज की सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी गई थी।
अब राष्ट्रपति शिनबाम के साथ हुई यह घटना देश की राजनीतिक सुरक्षा व्यवस्था पर नए सवाल खड़े कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियां हुईं सतर्क
राष्ट्रपति सुरक्षा टीम ने घटना की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, शिनबाम की अगली सार्वजनिक उपस्थिति के लिए सुरक्षा स्तर बढ़ाने और भीड़ नियंत्रण उपाय सख्त करने पर विचार किया जा रहा है।
क्लाउडिया शिनबाम ने अपने शांत और आत्मविश्वासी व्यवहार (President of Mexico) से दिखा दिया कि वह तनाव में भी स्थिर नेतृत्व का प्रतीक हैं। लेकिन इस घटना ने यह भी साबित किया है कि राजनीतिक लोकप्रियता और सुरक्षा के बीच की रेखा बेहद पतली है और इसे नजरअंदाज करना किसी भी लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है।

