पटना, 15 नवंबर। Rebellion in Lalu family : बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत और महागठबंधन की करारी हार के बाद लालू परिवार में बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने शुक्रवार देर रात खुली बगावत करते हुए न केवल राजनीति छोड़ने की घोषणा की, बल्कि परिवार से नाता तोड़ने का भी ऐलान कर दिया।
रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लिखा, मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं…संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था…और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

संजय यादव पर सीधे आरोप
तेजस्वी यादव के सबसे भरोसेमंद और रणनीतिक सलाहकार माने जाने वाले संजय यादव पर रोहिणी का यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। रोहिणी चुनाव से पहले भी संजय यादव की बढ़ती दखलअंदाजी से नाराज थीं, लेकिन अब उन्होंने सार्वजनिक रूप से उन पर सीधा निशाना साध दिया है।
कुछ दिन पहले रोहिणी ने एक फेसबुक पोस्ट में तेजस्वी की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ की तस्वीर साझा की थी, जिसमें संजय यादव तेजस्वी की सीट पर बैठे नजर आए। पोस्ट पर तीखी टिप्पणी करते हुए रोहिणी ने लिखा था कि पार्टी में गलत लोगों को अत्यधिक ताकत दी जा रही है।
रोहिणी ने परिवार और पार्टी को किया अनफॉलो
सोशल मीडिया पर रोहिणी ने पार्टी के लगभग सभी नेताओं और परिवार के सदस्यों को अनफॉलो कर दिया था। इसके बाद उन्होंने विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने कभी कोई पद या लाभ मांगा है, तो वे हमेशा के लिए सार्वजनिक जीवन से खुद को अलग कर लेंगी। उन्होंने यह भी कहा था कि, अपने पिता को किडनी दान करने की घटना को झूठा बताने वाले बेहद नीच मानसिकता के लोग हैं।
तेजप्रताप भी हुए हमलावर
लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) प्रमुख तेजप्रताप यादव ने भी चुनाव नतीजों पर महागठबंधन को कठघरे में खड़ा किया। तेजप्रताप ने कहा, जयचंदों ने आरजेडी को भीतर से खोखला कर दिया। इसी कारण तेजस्वी ‘फेलस्वी’ साबित हुए। यह हार असल में जयचंदों की हार है।
चुनाव परिणाम बना विवाद की जड़
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने 243 में से 202 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जबकि महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों तक सिमट गया। आरजेडी के भीतर इस हार के बाद उथल-पुथल मची हुई है और अब रोहिणी के बयान ने परिवार में दरार को उजागर कर दिया है।

