मोतिहारी, 16 नवंबर। RJD Defeat : राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता मदन शाह, जो टिकट न मिलने के बाद कपड़े फाड़कर और जमीन पर गिरकर रोते हुए सुर्खियों में आए थे, ने अब बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के खराब प्रदर्शन पर खुलकर बात की है।
मदन शाह ने कहा कि टिकट न मिलना उनके लिए इतना बड़ा आघात था कि वे ‘पागल जैसे हो गए’ थे। उनका कहना है कि वे लालू प्रसाद यादव से मिलने पटना गए थे, लेकिन उनसे मिलने नहीं दिया गया। इसी दर्द और आक्रोश में उन्होंने कपड़े फाड़े, जमीन पर लोटे और ग़ुस्से में ‘शाप’ दे दिया कि पार्टी 25 सीटों पर सिमट जाएगी और अंततः नतीजे वैसा ही साबित हुए।
‘पार्टी के चाणक्य बर्बाद कर रहे हैं संगठन’
मदन शाह ने पार्टी की हार पर दुख जताते हुए कहा कि, इस बार टिकट वितरण में लालू यादव से राय नहीं ली गई। पार्टी चलाने वाले कुछ लोग जिन्हें उन्होंने ‘चाणक्य’ कहा, राजद को बर्बादी की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से संजय यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक उन्हें पार्टी से बाहर नहीं किया जाएगा, सुधार संभव नहीं।
टिकट के लिए पैसे मांगने के आरोप से इंकार
टिकट के बदले पैसे मांगने पर शाह ने कहा कि, उनसे सीधे किसी ने पैसे नहीं मांगे। मीडिया के जरिए माहौल बनाया गया था, लेकिन मैं 1990 से पार्टी में हूं, संगठन का पुराना कार्यकर्ता हूं, पैसे क्यों दूंगा?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मधुबन सीट पर ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया जो पार्टी का प्राथमिक सदस्य तक नहीं था और सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद उसने इस्तीफा भी नहीं दिया था।
लालू और तेजस्वी के आश्वासन के बावजूद टिकट कटा
शाह ने बताया कि, लालू यादव और तेजस्वी यादव दोनों ने उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया था। चुनाव घोषणा से पहले तक उन्हें बताया गया कि टिकट वही पाएंगे, लेकिन अंतिम सूची में उनका नाम नहीं था। इस सदमे की वजह से वे लालू आवास के बाहर जमीन पर लोटते रहे, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
चुनाव परिणाम
बिहार विधानसभा चुनाव में, राजद सिर्फ 25 सीटों (RJD Defeat) पर सिमट गई। महागठबंधन को कुल 35 सीटें मिलीं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 202 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 89, जदयू ने 85, एलजेपीआरवी ने 19, एचएएम ने 5 और आरएलएम ने 4 सीटें जीतीं। AIMIM ने 5 और बसपा ने 1 सीट हासिल की। मदन शाह के बयान के बाद टिकट वितरण, अंदरूनी कलह और नेतृत्व की भूमिका को लेकर राजद के भीतर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं।

