Strict UGC : ब्रेकिंग एजुकेशन न्यूज…! उच्च शिक्षा में बड़ा कदम…देशभर में UGC की सख्ती…54 निजी विश्वविद्यालय डिफॉल्टर घोषित…यहां देखें List

नई दिल्ली/भोपाल, 28 सितंबर। Strict UGC : देशभर में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने कड़ा रुख अपनाया है। UGC ने उन 54 निजी विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित किया, जिन्होंने आयोग के ‘पब्लिक सेल्फ डिस्क्लोजर’ नियमों का पालन नहीं किया।
इस सूची में मध्यप्रदेश की 10 प्रमुख निजी यूनिवर्सिटीज भी शामिल हैं, जिनके खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
UGC का क्या है नियम?
यूजीसी के अनुसार, प्रत्येक निजी विश्वविद्यालय को अपनी वेबसाइट पर निम्नलिखित जानकारी सार्वजनिक रूप से देनी होती है, जिसमें संकाय विवरण, फीस स्ट्रक्चर, पाठ्यक्रम और नियम, प्रवेश प्रक्रिया और यूजीसी मान्यता से संबंधित जानकारी अनिवार्य है, ताकि छात्र और अभिभावक पारदर्शिता के साथ सही निर्णय ले सकें और फर्जी संस्थानों से बच सकें।
क्यों हुई कार्रवाई?
बार-बार चेतावनी के बावजूद इन विश्वविद्यालयों ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी अपलोड नहीं की। इससे छात्रों को धोखा होने की आशंका और फर्जीवाड़े की संभावना बनी रहती है। UGC ने इन्हें डिफॉल्टर की श्रेणी में डालते हुए जल्द सुधार की चेतावनी दी है।
मध्यप्रदेश की डिफॉल्टर यूनिवर्सिटीज
- अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, भोपाल
- आर्यावर्त यूनिवर्सिटी, सीहोर
- प्रीति ग्लोबल यूनिवर्सिटी, शिवपुरी
- ज्ञानवीर यूनिवर्सिटी, सागर
- जेएनसीटी यूनिवर्सिटी, भोपाल
- शुभम यूनिवर्सिटी, भोपाल
- महर्षि महेश योगी वैदिक यूनिवर्सिटी, जबलपुर
- एलएनसीटी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, इंदौर
- महाकौशल यूनिवर्सिटी, जबलपुर
- मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सीहोर
अब आगे क्या?
UGC ने सभी डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों को तत्काल सुधार के निर्देश (Strict UGC) दिए हैं। यदि वे निर्धारित समय में नियमों का पालन नहीं करते, तो कानूनी कार्रवाई, मान्यता रद्द करने जैसी सख्त कार्यवाहियाँ हो सकती हैं। छात्रों को भी सलाह दी गई है कि विश्वविद्यालय की UGC मान्यता और वेबसाइट की जानकारी देखकर ही प्रवेश लें।