कानून-व्यवस्था सख्ती से लागू करने के निर्देश, सीएम भूपेश ने कहा- कवर्धा मामले में दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा

रायपुर, 9 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कवर्धा में फैले तनाव को देखते हुए शुक्रवार को वरिष्ठ मंत्रियों और उच्चाधिकारियों की हाईलेवल मीटिंग ली। उन्होंने अफसरों से स्पष्ट कहा है कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले के पीछे कौन व्यक्ति है, इसके लिए दोषी कौन है चाहे वह कितना भी रसूख रखता हो, किसी भी वर्ग का क्यों न हो, उसका नाम मीडिया के माध्यम से जनता के बीच आना चाहिए और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी में शुक्रवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ का शांति का प्रदेश है और इस तरह की घटनाएं बहुत कम होती रही हैं। कांकेर और डोंगरगढ़ की घटनाओं को छोड़ दें तो छत्तीसगढ़ में इस प्रकार का माहौल कभी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस तरह की घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री ने अपने निवास कार्यालय में हुई इस बैठक में कवर्धा की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मंत्री रविंद्र चौबे तथा मंत्री मोहम्मद अकबर के अलावा मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी डीएम अवस्थी, सीएम के एसीएस सुब्रत साहू तथा आईजी इंटेलिजेंस आनंद छाबड़ा मौजूद थे। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कवर्धा जिले के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव, दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा, कवर्धा कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा और एसपी मोहित गर्ग भी बैठक से जुड़े।
भाजपा की साजिश से खराब हुआ कवर्धा का माहौल: मरकाम
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा ने षड़यंत्रपूर्वक कवर्धा का माहौल खराब किया है। मोहम्मद अकबर को कवर्धा की जनता ने सर्वाधिक मतों से जिताकर यह बताया कि वहां सांप्रदायिक तत्वों के लिये कोई स्थान नही है। भाजपा ने युवकों को गुटों की लड़ाई को सांप्रदायिक तनाव में तब्दील करने का कुचक्र रचा। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आरएसएस, भाजपा और विहिप के लोग दुर्ग, भिलाई, रायपुर, कुरूद, राजनांदगांव से जाकर माहौल खराब किया है। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि शांति के टापू छत्तीसगढ़ में कुछ लोग गंदी राजनीति कर सौहार्द बिगाड़ना चाहते हैं। सीएम और क्षेत्रीय विधायक ने धार्मिक सौहार्द का परिचय देते हुए लगातार प्रशासनिक कदम उठाए और शांति की अपील की।