राष्ट्रीय

आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दो डोज 90 फीसदी तक कारगर, ब्रिटेन की एजेंसी का दावा

लंदन, 22 मई। आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford Astrazeneca Vaccine) के टीके की दो डोज लेने से कोविड-19 के खिलाफ 85 से 90 फीसद सुरक्षा मिलती है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य व सामाजिक संरक्षण विभाग की कार्यकारी एजेंसी पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने ब्रिटेन में जारी असल टीकाकरण के आंकड़ों के आधार पर यह दावा किया है।

ऐसे किया अध्‍ययन 

पीएचई ने ‘कोविड-19 वैक्सीन सर्विलांस रिपोर्ट’ में आकलन का जो तरीका इस्तेमाल किया, उससे यह भी अनुमान लगाया गया है कि टीके की पहली और दूसरी डोज लेने से कितने लोग को मौत के मुंह में जाने से बचाया गया और कितने अस्पताल में भर्ती होने से बचाए गए। आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के इसी टीके को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से कोविशील्ड नाम से उपलब्ध कराया जा रहा है।

टीका सुरक्षित और प्रभावी 

रिपोर्ट के मुताबिक टीकाकरण की वजह से 65 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 39,100 लोगों को अस्पताल में भर्ती होने से बचाया जा सका। इनमें करीब 19 हजार लोग 85 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। इसके साथ ही टीकाकरण से 60 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 13,100 लोगों की जान बचाई गई, जिनमें से करीब 11,100 तो 80 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। पीएचई की टीकाकरण प्रमुख डा. मैरी रेम्से कहती हैं कि टीका सुरक्षित और प्रभावी है।

बेहतरीन असर 

ब्रिटेन के टीका नियोजन मंत्री नादिम जहावी कहते हैं ‘नए आंकड़े आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके की दो डोज लेने के बेहतरीन असर को दिखाते हैं। कोविड संक्रमण खत्म करने के लिए टीकाकरण से बेहतर कोई हथियार नहीं हो सकता है। टीके की दूसरी डोज संक्रमण की संभावना से सुरक्षा देती है, ताकि हम सामान्य जीवन की तरफ लौट पाएं और वह सब कर पाएं जो हमें पसंद है।’

ब्रिटेन में सात टीकों की तीसरी डोज के लिए होगा परीक्षण

समाचार एजेंसी आइएएनस के मुताबिक ब्रिटेन में कोविड-19 के सात अलग-अलग टीकों की तीसरी डोज के प्रभाव पर परीक्षण शुरू होने जा रहा है। कोव-बूस्ट नाम के इस परीक्षण के दौरान आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका, फाइजर-बायोएनटेक, माडर्ना, नोवावैक्स, वालनेवा, जैंस्सेन और क्योरवैक की तीसरी डोज का शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र पर असर देखा जाएगा। परीक्षण जून में शुरू होगा। सभी आयु वर्ग के तीन हजार लोग इसमें शामिल होंगे।

ऐसे होगा परीक्षण 

परीक्षण में शामिल लोगों का पहले, तीसरे और 12वें माह में एंटीबाडी टेस्ट कर उनकी प्रतिरक्षण प्रतिक्रिया को जांचा जाएगा। रक्त में एंटीबाडी का उच्च स्तर यह दर्शाएगा कि शरीर कोविड-19 से लड़ने में सक्षम है। परीक्षण के नतीजे सितंबर तक सामने आने की उम्मीद है।

अब सामान्य फ्रिज में रखा जा सकता है फाइजर का टीका

ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की तरफ से आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका, फाइजर-बायोएनटेक और माडर्ना के टीके लगाए जा रहे हैं। इनमें से फाइजर-बायोएनटेक के टीके को अब तक बेहद कम तापमान पर रखना होता है, लेकिन अब इसे सामान्य फ्रिज में एक माह तक रखा जा सकता है।

म्यूटेशन के खिलाफ प्रभावी

इस पर बायोएनटेक के मुख्य कार्यकारी उगर साहीन ने कहा कि हाल ही में एक वैज्ञानिक पत्र में सामने आए नए तथ्यों से वे उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी कंपनी का टीका भारत में पहचाने गए कोविड-19 के बी.1.617.2 वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी होगा। उन्होंने बताया कि अब तक उनकी कंपनी का टीका कोविड-19 के 30 से ज्यादा वैरिएंट के खिलाफ कारगर रहा है, जिससे साबित होता है कि यह म्यूटेशन के खिलाफ प्रभावी है।

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