छत्तीसगढ

BIG BREAKING : बेहद सख्ती के साथ 21 की रात से 28 तक लॉकडाउन की घोषणा… नहीं खुलेगी किराना-सब्जी… पेट्रोल भी मिलेगा सरकारी कर्मचारियों को… लाॅकडाउन का ऐसा होगा फार्मूला… जानिए आदेश

रायपुर, 19 सितंबर। जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या व मौतों के आंकड़े को देखते हुए रायपुर कलेक्टर डाॅ. एस भारतीदासन और बिलासपुर कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने अपने मातहत अधिकारियों के साथ ही कारोबारियों से चर्चा के उपरांत यह निर्णय लिया है और आदेश जारी किया है। अब 21 सितंबर की रात 9 बजे से लॉकडाउन लगाने का फैसला  किया है। इस संबंध का आदेश कलेक्टर  की ओर  जारी किया जा चुका है। यह लॉकडाउन 28 सितंबर की रात 12 बजे तक रहेगा। इस अवधि में रायपुर की सभी  सीमाएं सील रहेंगे।

आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि दूध बिक्री  के लिए पॉर्लर या दुकानें नहीं खोली जाएंगी। पॉर्लर के सामने दुध रखकर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाकर बेचना व खरीदने होंगे। कलेक्टर की ओर से इस संबंध में नियमों का पालन करते हुए इसे बेचा जा सकेगा।

रविवार लॉकडाउन को किया शिथिल

पूर्व में जारी रविवार के संपूर्ण लॉकडाउन के आदेश को सिर्फ 20 सितंबर को पड़ने वाले रविवार यानी कल के लिए शिथिल किया गया है। रायपुर जिले में लॉकडाउन की अवधि में सभी केंद्रीय/शासकीय/अर्द्धशासकीय व निजी कार्यालय बंद रहेंगे। औद्योगिक संस्थानों व निर्माण इकाइयों को अपने कैंपस के भीतर ही मजदूरों को रखकर तथा अन्य आवश्यक व्यवस्था कर उद्योगों के संचालन की अनुमति होगी।

बंद रहेंगे किराना और सब्जी

बंद रहेंगे किराना और सब्जी-जारी आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि इस बार लाॅक डाउन में किराना और सब्जी जैसी आवश्यक सेवाओं को भी बंद रखे जाने का आदेश जारी किया गया है। यानी बेहद साफ है कि 21 तारीख दोपहर तक सभी आवश्यक वस्तुओं का संधारण लोगों को करना पडे़गा, ताकि पूरे सप्ताहभर काम चलाया जा सके।

बता दें कि इस लाॅक डाउन के दौरान केवल चार अति आवश्यक सुविधाओं पर छूट देने का निर्णय लिया गया है। इसमें दूध, एलपीजी, मेडिकल और पेट्रोल पंप को शामिल किया गया है। बताया गया कि दूध और एलपीजी के लिए भी समय निर्धारित किया गया है, वहीं मेडिकल की सुविधा पूरे समय मिलेगी। तो पेट्रोल पंप की सुविधा केवल उनके लिए होगी, जो लोग आपात सेवाओं में जुटे हुए हैं। रायपुर को पूरी तरह से कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है, लिहाजा अब राजधानी सहित प्रदेश के लोगों को लाॅक डाउन के दौरान इस बात का विशेष ख्याल रखना होगा। बिना वजह घर से निकलने वालों के खिलाफ प्रशासन किस सख्ती से पेश आने वाला है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार सब्जी और किराना व्यवसाय को भी आवश्यक सेवाओं में शामिल नहीं किया गया है।

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