Weather Updates: कुछ दिन और बरसेगा दक्षिण-पश्चिम मानसून, 26 अक्टूबर को कहेगा अलविदा- IMD
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर। 1975 के बाद दूसरा मौका है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून देश में इतनी देर तक रुका है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सप्ताह 26 अक्टूबर को पूरे देश से यह मानसून विदा हो जाएगा और उत्तर पूर्व मानसून की राह खुलेगी। वहीं मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है, जिससे सतही और हवाई यातायात बाधित होने की आशंका है।
देश के कई हिस्सों में बारिश जारी
मौसम विभाग ने बुधवार को बताया कि उत्तर पश्चिम भारत से देरी से विदाई के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून अभी देश के कुछ हिस्सों को भिगो रहा है। इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी छह अक्टूबर से शुरू हुई थी। 1975 के बाद से यह दूसरी सबसे देरी से हुई वापसी है। इससे पहले 2019 में दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी नौ अक्टूबर को शुरू हुई थी। आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 17 सितंबर से उत्तर पश्चिम भारत से वापसी करने लगता है। मौसम विभाग ने कहा कि 26 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई के साथ ही दक्षिण पूर्व भारत में उत्तर पूर्व मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। उत्तर पूर्व मानसून तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पुडुचेरी में बारिश का कारण बनता है।
केरल में भारी बारिश से 30 से अधिक मौतें
केरल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से 39 लोगों की मौत हो गई और 217 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विधानसभा में बताया कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद कम से कम छह लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है और 304 पुनर्वास शिविर खोले गए हैं। बाढ़ पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने के संकल्प के बाद विधानसभा अध्यक्ष एम बी राजेश ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
बाढ़ से उप्र में भयावह मंजर
पिछले तीन-चार दिन में हुई भारी बारिश से लौटी बाढ़ ने उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद, बरेली मंडल में भीषण तबाही मचाई है। उफनाई नदियों के पानी से सैकड़ों गांव घिर चुके हैं, लखीमपुर खीरी में दो नावों पर सवार 27 लोग बह गए, जिसमें आठ लापता हैं। वायुसेना के जवान हेलीकाप्टर की मदद से बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।