ओबीसी वर्ग ने भरी हुंकार, 27 नहीं चाहिए 52 प्रतिशत अधिकर, कई जिलों में बंद रही दुकाने, शांतिपर्ण रहा ओबीसी महाबंद
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ओबीसी आरक्षण को 27 प्रतिशत के समर्थन में आयोजित प्रदेशव्यापी महाबंद आज शांतिपूर्ण रूप से सफल रहा। बंद को लेकर प्रदेश में कहीं से भी अप्रिय जैसे घटना नहीं होकर सौहाद्रपूर्ण और भाईचारे के साथ सभी वर्गों के लोगों ने बढ चढ़कर भाग लिया। बता दें कि 27 फीसदी आरक्षण का अधिकार के लिए ओबीसी वर्ग विभिन्न संगठनों के सक्रिय भागरीदारी से बुधवार को छत्तीसगढ़ के राजधानी से लेकर सभी संभाग, जिला और ब्लॉक मुख्यालयों में बंद को जबदस्त जनसमर्थन मिला. महाबंद में प्रदेशभर के सर्व पिछड़ा वर्ग के सामाजिक संगठनों के साथ एससी , एसटी व अल्पसंख्यक वर्ग शामिल हुए। बुधवार को रायपुर में 19 संगठनों के पदाधिकारियों के द्वारा कलेक्ट्रेड चौक स्थित डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ सर्व पिछड़ा वर्ग, एससी, एसटी और मानियॉरटी महासंघ व संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में प्रदेश स्तरीय बंद का ऐलान किया गया था जिसको एससी, एसटी और ओबीसी सहित कई संगठनों का समर्थन मिला । राजधानी रायपुर में शाम रैली निकाल कर सैकड़ों की तादात में आंदोलनकारियों ने सभी जगह स्थानीय प्रशासन को जनसंख्या के अनुपात में 52% आरक्षण दिये जाने माननीय राज्यपाल और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
शांति का टापू कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ की धरती से सामाजिक न्याय के लिए पिछड़ों के हक अधिकार की लड़ाई में पहली बार दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज एक जुट होकर आरक्षण के समर्थन में सड़कों पर उतरे हैं। आज के दिन छत्तीसगढ़ महाबंद का आंदोलन के लिए सभी वर्गों के लोग घरों से निकल कर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बंद के समर्थन में आंदोलनकारी लोग एक जुट होकर शहर, गांव व कस्बों में बाजार को बंद कराने में सफल हो रहे हैं. राजधानी में भी प्रदर्शनकारी कलेक्टोरेट चौक स्थित डॉ अम्बेडकर प्रतिमा स्थल पर पहुँच कर लोगों से बंद के लिए समर्थन मांग कर नारे बाजी भी कर रहे हैं। राजधानी में बंद को आंशिक तो कोरबा, बिलासपुर, मस्तूरी, जांजगीर, पेंड्रा, बलौदाबाजार, जांजगीर शहर, बस्तर,सरगुजा, गीदम, लोहंडीगुड़ा व तोकापाल जगदलपुर,बस्तर, धमतरी, मुंगेली, कवर्धा, महासमुंद, रायगढ़, राजनांदगाव में मानपुर मोहला, सांसद आदर्श ग्राम गोटाटोला बन्द एक भी दुकाने नही खुली है. सुबह 7 बजे से ही आंदोलनकारी बंद कराने डटे रहे मेडिकल व अस्पताल छोड़कर बंद पूरी तरह से लोगों व व्यापारियों का सहयोग मिल रहा रहा. राजधानी रायपुर में बाजार आंशिक रूप से बंद रहे लेकिन आंदोलन के लिए हजारों लोग सड़को में नजर आये।
बंद को लेकर रामकृष्ण जांगड़े ने कहा, राज्य सरकार ने 14 प्रतिशत से बढाकर 27 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाने के फैसले के बाद छत्तीसगढ़ में आरक्षण की स्थिति 82 प्रतिशत हो गया। इसके विरोध में समातामूल समाज और सामाजिक न्याय के विरोधियों ने हाईकोर्ट में 40 याचिका लगाकर रोक लगा दिया है। विष्णु बघेल ने कहा कि आरक्षण दो विचारधारा मनुवाद बनाम मनावतावाद के बीच की लड़ाई है। जो बुद्ध से लेकर अब तक बहुजन समाज में जन्में सैकड़ों बुद्विजीवियों ने इस संघर्ष को आगे बढ़ाया है। हम सभी मनुवाद की मानसिक गुलामी की जंजीर को तोड़ने के लिए सबसे बड़ी लड़ाई लड़ने आज सड़कों पर उतरे हैं। सगुन वर्मा ने कहा बंद पूरी तरह शांतिपूर्व सफल रहा. बंद ने देश को भाई चारे का संदेश दिया है। रामलाल गुप्ता ने कहा आज का ओबीसी आंदोलन मील का पत्थर साबित होगा।
नंदकुमार बघेल ने कहा कि आज का बंद सफल रहा। अयोध्या के मामले को लेकर भाजपा ने इस बंद को अड़ंगा डालना चाहा इसके बावजूद बंद को सफल रहा। आज दो धर्म की लड़ाई है। ब्राह्मणवाद व बुद्ध वाद की है। तखतपुर से साइकल से चार दिन की यात्रा कर आज राजधानी के डॉ अंबेडकर चौक पहुंचे श्याम कौशिक ने कहा कि इस बार ओबीसी आंदोलन सराहनीय व सफल रहा। उन्होंने कहा हि पूर्व में भाजपा सरकार के मुखिया डॉ रमन सिंह ने जो काम 15 साल में नही किया वह भूपेश बघेल की सरकार ने सालभर के भीतर कर दिखाया। हमें जनसंख्या के अनुपात में अब 52 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिये। साहू समाज के अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी ने कहा कि पिछड़े वर्ग को 27 नहीं बल्कि 52 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए। आज से ओबीसी आंदोलन की शुरुआत हो गई है। आगे लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। ओबीसी समाज के एकजुट नहीं होने से 85 फीसदी का हिस्सा 15 फ़ीसदी वाले लोग खा रहे। कुर्मी समाज रायपुर जिलाध्यक्ष भक्तभूषण चंद्रवंशी ने कहा कि पिछले कई वर्षोँ से गैर छत्तीसगढ़ और दूसरे राज्य के लोग छत्तीसगढ़ निवासियों को जो पैसे का लालच दिखाकर उनसे जमीन खरीद कर अपना कारोबार व राज जमा रहा है। इसके अलावा क्रांति साहू, रघु नंदन साहू, पप्पु फरिश्ता, नरेन्द्र वर्मा, एल के नामदेव,ओ पी वर्मा,रोहित देवांगन, सूरज निर्मलकर, विजय शेंडे, अरूण रामटेके, यशवंत साहू, बंटी साहू,यशवंत सतनामी, श्रीकृष्ण चिंचखेड़े उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ बंद के लिये सभी संगठन ने छत्तीसगढ़ के जनता को धन्यवाद ज्ञापित किया गया है।