डेंगू का प्रकोप: मेरठ में डोर-टू-डोर सर्वे जारी, मिले 33 नए मरीज; उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हो रहीं मौतें
नई दिल्ली, 29 सितंबर। देश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप अब जाकर धीमा होता दिखने लगा था कि वायरल और डेंगू की रफ्तार ने एक बार फिर चिंता में डाल दिया है। इन बीमारियों के कारण हो रही मौतों का सिलसिला रुका नहीं है। डेंगू के गंभीर संक्रमण में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं। ऐसे में हमारे शरीर का इम्युन सिस्टम बेहद सक्रिय हो जाता है जो रोगों से लड़ने के बजाए शरीर के अंगों को ही नुकसान पहुंचाने लगता है। इसे साइटोकिन स्टार्म कहते हैं। डेंगू कई बार किडनी को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।
मेरठ में डेंगू के 33 नए मामले मिले हैं। इसके बाद यहां कुल सक्रिय मामलों का आंकड़ा 158 हो गया। मेरठ के CMO अखिलेश मोहन ने बताया, ’70 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और 88 होम आइसोलेशन में हैं। डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है।’
इंदौर में 400 से अधिक हैं डेंगू मरीज
मध्यप्रदेश के इंदौर में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को डेंगू के 16 नए मरीज मिले से अब तक डेंगू संक्रमितों की कुल संख्या 400 के पार हो चुकी है। ये संख्या पिछले छह साल में इंदौर में सबसे ज्यादा है। सोमवार को मिले डेंगू के 16 मरीजों में 10 पुरुष व छह महिलाएं है। अब तक मिले 400 मरीजों में 227 पुरुष व 174 महिलाएं है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक वर्तमान में शहर में डेंगू के 24 एक्टिव केस हैं और शहर के अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए 13 मरीज भर्ती हैं।
डेंगू की चपेट में आए हरियाणा के शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर डेंगू की चपेट में आ गए हैं। उन्हें कई दिन पहले बुखार की शिकायत हुई थी। आराम नहीं मिलने पर सैंपल कराया गया था। जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके बाद उन्हें निजीअस्पताल में दाखिल कराया गया। फिलहाल उनकी हालत ठीक है। डाक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी है। इस समय डेंगू की दहशत फैली हुई है। मंगलवार को कोई नया मरीज डेंगू का नहीं मिला, लेकिन अब तक जिले में 30 मरीज हो चुके हैं। इन मरीजों का उपचार चल रहा है। यह सरकारी रिकार्ड है, लेकिन निजी अस्पतालों में भी काफी मरीज डेंगू के दाखिल हैं।
डेंगू के चपेट में उत्तर प्रदेश के ये इलाके
मंगलवार को ब्रज में बुखार ने 16 लोगों की जान ले ली। आगरा में सात, मैनपुरी में चार, फिरोजाबाद व हाथरस में दो-दो और एटा में एक रोगी ने दम तोड़ दिया। 55 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। आगरा के ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बुखार पीड़ित रोगी दम तोड़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में सात रोगियों की मृत्यु हो गई। बीते 14 दिन में 31 लोगों की जान जा चुकी है। मैनपुरी में बुखार ने 24 घंटे में जिले में चार लोगों की जान ले ली। 28 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। फिरोजाबाद में मंगलवार को दो बच्चों की बुखार से मौत हो गई। मथुरा में 20 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। अब जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 512 हो गई है। एटा में शहर के मुहल्ला जाटवपुरा निवासी एक दो वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जबकि मेडिकल कालेज में दर्जनभर से अधिक बुखार पीड़ित भर्ती कराए गए हैं। इनमें पांच डेंगू के मामले हैं। कासगंज में डेंगू के दो नए रोगी मिले हैं। हाथरस में बुखार से सोमवार रात को दो लोगों की मौत हो गई।
डेंगू में कारगर है हर्बो मिनरल कंपाउंड
हर्बो मिनरल कंपाउंड फीफाट्रोल शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ ही बुखार, डेंगू, वायरल संक्रमण में भी कारगर साबित हो रहा है। हालांकि यह औषधि अभी न तो क्लीनिकल ट्रायल के दौर से गुजरी है और न इसका परीक्षण ही हुआ है। आयुर्वेद संकाय, बीएचयू स्थित द्रव्य गुण विभाग के प्रो. केएन द्विवेदी के मुताबिक मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीजों को यह औषधि दी जा रही है। इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। बुखार के मरीजों को अंग्रेजी दवा खाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। प्रो. केएन द्विवेदी ने बताया कि फीफाट्रोल असल में सुदर्शन घनवटी, संजीवनी वटी, तुलसी, त्रिभुवन कीर्ति, कुटकी, चिरायता,गुडुची, दारुहरिद्रा, करंज, अपामार्ग, मृत्युंजय रस व गोदंती भस्म का मिश्रण है। बुखार को नियंत्रित करने के साथ ही इससे डेंगू में भी आराम मिलता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही यह एंटीवायरल औषधि है। डेंगू के मरीजों के प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी इसे बेहद कारगर पाया गया है।