मनरेगा ने की तालाब जाने की राह आसान, तूता के ग्रामीण आसानी से कर पाएंगे स्नान, ग्रामीणों को रोजगार, सड़क निर्माण कर कमा रहा हर परिवार
रायपुर। देशव्यापी लॉकडाउन में अपनी रोजी रोटी के लिए संकट में फंसे ग्रामीणों के लिए इन दिनों महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना एक वरदान बन गई है। छत्तीसगढ़ सरकार की पहल से गाँव -गाँव में मनरेगा के तहत कार्य की स्वीकृति मिलने के साथ शुरू किए गए कार्यों में गाँव के हर जरूरत मंद परिवार काम कर रहे हैं। इससे गाँव की एक बड़ी समस्याओं का भी निराकरण हो रहा है वहीं रोजगार की तलाश में किसी को इधर उधर भटकने की बजाय अपने ही गाँव में आसानी से काम मिल रहा है। नया रायपुर के तूता ग्राम पंचायत में भी इन दिनों मनरेगा ने यहाँ के सैकड़ों ग्रामीणों को रोजी रोटी का मजबूत सहारा दिया है। गाँव में ही एक तालाब तक का रास्ता उबड़ खाबड़ और मार्ग वहा तक जाने योग्य नही होने की वजह से गाँव के ग्रामीण यहाँ पहुंच नही पाते थे। वर्षों से यहाँ एक ऐसे सड़क की आवश्यकता महसूस की जा रही थी,जिससे इस तालाब तक आसानी से पहुचा जा सके। अब जबकि मनरेगा से काम स्वीकृत हुआ है तो गाँव के ग्रामीण भी खुशी खुशी यहाँ काम कर रहे हैं। संकट की इस घड़ी में अपने गाँव में ही रोजगार और स्नान के लिए हर समय तालाब तक पहुंच पाने की इच्छा पूरी होने की खुशी भी गाँव के लोगों को रोमांचित कर रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मनरेगा के तहत प्रदेश भर के ग्राम पंचायतों में डबरी निर्माण, भूमि सुधार, नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण का कार्य, मछली पालन के लिए तालाब, गोठान निर्माण, चारागाह निर्माण सहित नर्सरी आदि का काम स्वीकृत किया गया है। सरकार की मंशा है कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में उपजी समस्या के बीच ग्रामीणों को रोजगार के लिए भटकना न पड़े। गाँव में ही रोजगार का समुचित प्रबंध हो।
इसी के तहत नया रायपुर तुता ग्राम पंचायत में भी एक तालाब को दूसरे तालाब से जोड़ने के लिए रोड निर्माण कार्य मनरेगा के तहत किया जा रहा है । ग्राम पंचायत तुता की सरपंच श्रीमती कौशिल्या धृतलहरे ने बताया हमारे गांव में तालाब जाने के लिए लोगो को बहुत परेशानी होती थी। शासन द्वारा हमारे ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य की स्वीकृति मिली है तब से हमारे ग्राम तुता में लगभग 400 से अधिक परिवारों को रोजगार देकर तालाब तक सड़क निर्माण के कार्य में जोड़ा गया है। सरपंच ने बताया कि इस तालाब तक सड़क बन जाने से ग्रामीणों को बहुत सहूलियत मिलेगी। गाँव में पानी की कमी न हो और गर्मी के दिनों में तालाब पूरी तरह से पानी से लबालब हो इसके लिए इस आने वाले बारिश के मौसम में जल संरक्षण के लिए काम करने में भी आसानी होगी। उसने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने गाँव के लोग जागरूक होकर कार्य कर रहे हैं। सड़क निर्माण के दौरान सोशल डिस्टेसिंग और साबुन से नियमित हाथ धुलाई भी की जा रही है।सभी सावधानी बरत रहे हैं।
जिला पंचायत सीईओ श्री गौरव सिंह ने भी बताया कि ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत जरूरी निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। जिला में 5567 कार्य की स्वीकृति है जिसमें आज की तिथि तक 1 लाख 34 हज़ार ग्रामीण मनरेगा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 23 करोड़ रुपए से अधिक राशि का भुगतान किया जा चुका है। किसी भी ग्रामीण को मनरेगा में रोजगार मांगते ही मुहैया कराने के निर्देश भी है।
गांव के जनप्रतिनिधि रामकृष्ण बैस ,संदीप बैस , चंद्र कुमार,पुनाराम, परमेस्वर,श्यामू, ने भी बताया कि मनरेगा से गाँव के ग्रामीणों को बहुत राहत पहुँच रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से इस विपरीत परिस्थितियों में किसानों को उसके बैंक खाते में राशि मिल रही हैं जो खेती किसानी के सीजन में बहुत काम आएगा। इसके लिए सरकार की जितना भी प्रशन्सा की जाए वह कम है।