छत्तीसगढ

रायपुर की सराफा दुकान में बड़ी चाेरी, 80 लाख की चोरी पर पुलिस ने शो किए 25 लाख, झारखंड पुलिसवालों पर बड़ी कार्रवाई

रायपुर, 15 अक्टूबर। गुढ़ियारी स्थित नवकार ज्वेलर्स में 80 लाख के गहनों की सनसनीखेज चोरी में झारखंड पुलिस के अफसर भी फंस गए हैं। 55 लाख के गहनों की गोलमाल में झारखंड बांसजोर चौकी प्रभारी सहित चार जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर नवकार ज्वेलर्स से चोरी जेवर गायब करने का शक है।

झारखंड पुलिस के आला अफसरों ने चौकी प्रभारी समेत पूरे स्टाफ के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। झारखंड पुलिस ने यहां के पुलिस अफसरों को पूरे घटनाक्रम की जो थ्योरी बताई है, उससे हाईप्रोफाइल चोरी की जांच ही उलझ गई है। राजधानी में किसी बड़ी चोरी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब दूसरे राज्य की पुलिस ही जांच के घेरे में आ गई है। रायपुर पुलिस की ओर से झारखंड के आला अफसरों से पूरे इनपुट के साथ शिकायत की गई है।

प्रारंभिक जांच में रायपुर पुलिस का इनपुट सही होने के बाद ही बांसजोर चौकी प्रभारी पर कार्रवाई करने के साथ ही जांच के आदेश दिए गए हैं। गुढ़ियारी में 2 और 3 अक्टूबर की दरमियानी रात चोरी करके भागा गिरोह झारखंड के बांसजोर में पकड़ा गया।

बांसजोर पुलिस ने आरोपियों से केवल 25 लाख की चांदी जब्ती बतायी। 55 लाख के जेवर फरार आरोपियों के पास होना बताया।उन्होंने पुलिस को बताया कि एसयूवी में चार आरोपी सवार थे। पुलिस की नाकेबंदी देखकर दो आरोपी बाकी जेवर लेकर भाग गए। उन्हें गाड़ी से केवल 25 लाख की चांदी ही मिली है।

माल पुलिस ने रखा- चोरों का आरोप

साइबर सेल की टीम ने झारखंड में गिरफ्तार दो आरोपियों मोफिजुल शेख और मोजिबुर शेख को रायपुर लाकर उनसे पूछताछ की है। दोनों आरोपियों ने पुलिस को यही बताया कि यहां से भागने के बाद वे सभी अगले ही दिन सुबह 11 बजे बांसजोर चौकी की नाकेबंदी में पकड़े गए थे। चोरों का कहना है कि चोरी के गहने बैग में रखे थे। पुलिस ने पूरा बैग अपने कब्जे में ले लिया। आरोपियों को दो दिन पुलिस चौकी में रखा। बाकी साथी कहां हैं? इस बारे में दोनों चोर कुछ नहीं बता पा रहे हैं।

साइबर सेल जांच में ये खुलासा

साइबर सेल और गुढ़ियारी पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया 2-3 अक्टूबर की रात नवकार ज्वेलर्स में सेंधमारी के बाद चोर एसयूवी से सराईपाली की ओर भागे। वहां से वे राऊरकेला होकर झारखंड में घुसे। बार्डर के पास बांसजोर चौकी की नाकेबंदी थी। चोर गिरोह 3 अक्टूबर की सुबह 11-12 बजे पकड़ लिया गया, लेकिन झारखंड पुलिस ने रायपुर में खबर नहीं दी, जबकि चोरी का मैसेज बार्डर के सभी जिलों में दे दिया गया था।

पुलिस की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि एसयूवी में 7 आरोपी थे। बांसजोर पुलिस ने केवल 4 को पकड़ा। उसमें भी 2 चोरों की गिरफ्तारी ही बताई गई। दो चोरों की गिरफ्तारी भी दिखाई गई। साइबर सेल और पुलिस को हाईटेक जांच में जो क्लू मिला है उसके मुताबिक दो आरोपियों को झारखंड पुलिस ने अपने पास ही रखा था।

सूचना में देरी; सिर्फ चांदी देखकर हैरान रह गई रायपुर पुलिस

झारखंड पुलिस ने 5 अक्टूबर को चोरों से 25 लाख की चांदी पकड़े जाने का खुलासा बांसजोर में किया। मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद रायपुर पुलिस को सूचना मिली। उसके बाद यहां की पुलिस ने संपर्क किया। झारखंड पुलिस ने चोरों के पकड़े जाने की खबर दो दिन दबाए रखी।

रायपुर के अफसरों ने संपर्क किया, तब बांसजोर चौकी के स्टाफ ने यह जानकारी दी। उसके बाद आनन-फानन में यहां से टीम रवाना की गई। अफसर झारखंड पहुंचे, तो केवल 2 चोर और 25 लाख की चांदी बरामद होने की जानकारी पाकर हैरान रह गए। उसी समय अफसरों ने बांसजोर चौकी के इंचार्ज को चोरों के पूरे लोकेशन की जानकारी दी और बताया कि वे 3 अक्टूबर को ही पकड़े जा चुके हैं। लेकिन बांसजोर पुलिस ने इसे भी गलत करार दिया।

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