साल 2022 की पहली तिमाही तक बच्चों के लिए आ जाएगी कोविड रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स, पूनावाला ने जताई उम्मीद
नई दिल्ली, 6 अगस्त। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ जल्द ही देश को एक और वैक्सीन मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत में उनकी कंपनी द्वारा निर्मित एक और COVID-19 रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स अक्टूबर में वयस्कों के लिए लॉन्च कर दी जाएगी। बच्चों के लिए साल 2022 की पहली तिमाही तक इसके लॉन्चिंग की उम्मीद है। कोविड-19 रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स को नोवावैक्स इंक ने विकसित किया है। भारत में इसका उत्पादन एसआईआई की पुणे इकाई में किया जा रहा है।
पूनावाला ने सीरम इंस्टीट्यूट को दी गई सहूलियत के लिए सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश में टीके की मांग को पूरा करने के लिए उनकी कंपनी कोविशील्ड की उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की लगातार कोशिश कर रही है। पूनावाला ने संसद में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोनों के बीच यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार हमारी मदद कर रही है और हमें किसी तरह की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। हम सभी तरह के सहयोग और समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रगुजार हैं।
बच्चों के लिए कोरोना रोधी वैक्सीन कब तक आएगी इस बारे में पूछे जाने पर पूनावाला ने कहा कि बच्चों के लिए वैक्सीन कोवोवैक्स को अगले साल की पहली तिमाही में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। काफी संभावना है कि अगले साल जनवरी-फरवरी में इसे बच्चों के लिए लॉन्च कर दी जाए। पूनावाला ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वयस्कों के लिए कोवोवैक्स अक्टूबर में लॉन्च कर दी जाएगी। हालांकि यह डीसीजीआई की मंजूरी पर भी निर्भर करेगा। उन्होंने बताया कि यह बाकी टीकों की तरह दो डोज वाली वैक्सीन होगी। जहां तक इसकी कीमत का सवाल है तो यह लॉन्च के समय तय कर दी जाएगी।
कोविशील्ड की उत्पादन क्षमता के मसले पर पूनावाला ने कहा कि हमारी कंपनी की मौजूदा क्षमता प्रति माह 13 करोड़ खुराक है। इसे बढ़ाने की कोशिशें जारी हैं। इससे पहले शुक्रवार को ही पूनावाला ने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मंडाविया ने ट्वीट कर कहा कि मैंने महामारी को कम करने में पूनावाला की भूमिका की सराहना की और वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने में सरकारी सहयोग जारी रखने का भरोसा भी दिया। पिछले महीने भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने कुछ शर्तों के साथ 2 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों पर कोवोवैक्स के दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण करने के लिए एसआईआई को इजाजत देने की सिफारिश की थी।