हाथरस गैंगरेप: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले पर चोट के निशान की बात

पीड़िता की ओर से कई बार बचाव की कोशिश की गई, इस वजह से गर्दन की हड्डी भी टूट गई थी। अभी विसरा रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद इस बात की पुष्टि की जाएगी कि मौत का कारण क्या रहा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही घटना के बारे में बताया गया है, जिसमें कहा गया है कि ये घटना 14 सितंबर सुबह नौ बजे की है और शाम को चार बजे के करीब पीड़िता को अलीगढ़ के अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जब पीड़िता की हालत बिगड़ी तो 28 तारीख को उसे दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में लाया गया। इलाज के दौरान 29 तारीख को सुबह 6.55 बजे पीड़िता की मौत हो गई।

गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में दलित युवती के साथ गैंगरेप किया गया था। जिसके बाद उसकी तबीयत काफी खराब हुई और दिल्ली शिफ्ट किया गया, जहां सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मौत के बाद युवती के शव को हाथरस लाया गया, जहां पर जबरन पुलिस के द्वारा उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इस मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से पूरे केस की जांच के लिए तीन सदस्यों की एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो हाथरस पहुंच चुकी है. एसआईटी को सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी।
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