खुशफहमी न पालें, लापरवाही से फिर बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले, केंद्र ने राज्यों को दी चेतावनी खुशफहमी न पालें, लापरवाही से फिर बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले, केंद्र ने राज्यों को दी चेतावनी
नई दिल्ली, 16 जुलाई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों के साथ देश के अनेक हिस्सों में, खासतौर पर हिल स्टेशनों पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के मामले को उठाया और महामारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी कदम उठाने की जरूरत बताई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि इस समय खुशफहमी पालने से कोरोना के मामले फिर से बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि देश के अनेक भागों, विशेष रूप से हिल स्टेशनों, सार्वजनिक परिवहन और बाजारों में कोविड नियमों का उल्लंघन होते देखा गया है। यह कहने की जरूरत नहीं कि इस समय पर इतनी खुशफहमी संक्रमण के मामलों में एक बार और इजाफा कर सकती है।
केंद्र ने कोरोना नियमों के उल्लंघन का मामला राज्यों के साथ उठाया
भूषण ने कहा कि कोरोना रोकथाम और प्रबंधन के सिद्धांतों का पालन अत्यावश्यक है और जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने की पांच सूत्री रणनीति पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिल स्टेशनों समेत देश के अनेक हिस्सों में कोरोना संबंधी नियमों की अवहेलनाओं के विषय को उठाया था। साथ ही राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा था।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बुधवार को लिखे गए पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि सार्वजनिक वाहनों में कोरोना से बचाव के आचरण का पालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन कर बाजारों में भीड़ उमड़ रही है।
भल्ला ने स्पष्ट कहा है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और किसी भी तरह की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए लोग कोरोना से बचाव के नियमों का जरूर पालन करें। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि संक्रमण के मामलों में कमी और सक्रिय मामलों में गिरावट के बाद विभिन्नि राज्यों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को खोला जा रहा है। ऐसा करते वक्त विशेष सावधानी बरते जाने की जरूरत है। किसी भी संस्थान, परिसर, बाजार या इस तरह के स्थलों पर कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन होता है तो वहां दोबारा पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बताए तीसरी लहर के कारण
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इम्युनिटी में कमी, इम्युनिटी शील्ड से बचने में सक्षम अधिक ट्रांसमिसिबल कोरोना वायरस वैरिएंट का उभरना और लॉकडाउन में ढील कोरोना की संभावित तीसरी लहर के संभावित कारण हो सकते हैं।
ज्ञात हो कि देश में पिछले दो दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 41,806 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ देश में कोरोना के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,09,87,880 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 581 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद देश में कुल मौतों की संख्या बढ़कर 4,11,989 हो गई है। इस दौरान 39,130 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं जिसके बाद इनकी संख्या बढ़कर 3,01,43,850 हुई।