गांधीजी की राह पर तो मोदी जी चल रहे हैं, 60 सालों तक कांग्रेसी सिर्फ बात करते रहे: बृजमोहन
रायपुर। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुलाये गए विशेष सत्र में वरिष्ठ भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पार्टी पर महात्मा गांधीजी के विचारों और उनकी सोच से जनता को दूर रखने का आरोप लगाया। बृजमोहन ने कहा कि यह लोग गांधीजी के नाम पर सत्ता प्राप्त करके राज करते रहे परंतु उनके विचारों को लागू नहीं कर सके। उनके भीतर गांधीजी के प्रति आदर का भाव होता तो छत्तीसगढ़ राज्य में आज पूर्ण शराबबंदी होती। यही पर कांग्रेस की कथनी में फर्क साफ दिखा जाता है।
बृजमोहन ने कहा अब जब नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली देश की भाजपा सरकार महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप राष्ट्र को आगे बढ़ाने का पुनीत कार्य कर रही है तो कांग्रेस में बेचैनी बढ़ गई है। वे दिखावे के लिए ही सही अब धर्म पर बात कर रहे हैं, गौमाता पर बात कर रहे है और उनके नेता मंदिर जाने लगे है। बृजमोहन ने कहा कि गांधीजी के आदर्शों पर चल रहे मोदी जी का ही प्रभाव है कि कांग्रेस नेताओं को समझ में आ गया है कि अब राम को छोड़ने से काम नहीं चलेगा, धर्म को छोड़ने से काम नहीं चलेगा। यह अच्छी बात है कि वे भी अब धर्म का सम्मान करने लगे है।
बृजमोहन ने कहा कि गांधीजी एक महान विचारक रहे। पारिवारिक जीवन में होने के बावजूद एक संत स्वरूप थे। उनमें बुद्ध की अहिंसा थी, भगवान महावीर का अपरिग्रह और उपनिषदों का सत्यमेव जयते था यही बात उन्हें महात्मा बनाती थी।
बृजमोहन ने संघ का उल्लेख करते हुए कहा कि आर एस.एस के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार जी ने अपने लेखों में स्पष्ट तौर पर कहा था कि गांधीजी एक पुण्य पुरुष हैं और उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। आरएसएस नेककभी भी गांधी जी की बुराई नहीं की। आज देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र में वर्तमान संघ प्रमुख श्रद्धेय मोहन भागवत ने अपने लेख में कहा की पूज्य गांधीजी सामाजिक समता और समरसता के आदर्शों के पक्षधर थे और उनके आचरण को हमें जीवन में अपनाना चाहिए।
राज्य सरकार की ओर इशारा करते हुए बृजमोहन ने कहा कि आप अगर सही में गांधी जी की विचारधारा को मानते हैं तो गायों, गांव और धर्म की रक्षा करिये।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रेरक थे। उन्होंने भारत में जन्म लिया परंतु उनकी ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। वे एकमात्र ऐसे महापुरुष होंगे जिनकी प्रतिमाएं विश्व के अनेक देशों में लगी हुई है।
साथ ही उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी को भी याद किया और कहा कि उनका राष्ट्रधर्म और सादगी हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।