गांधी जयंती पर विधानसभा परिसर में ग्रामोद्योग की विक्रय सह प्रदर्शनी
रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर 2 अक्टूबर से 3 अक्टूबर तक ग्रामोद्योग विभाग के उत्पादों की विक्रय सह प्रदर्शनी का आयोजन छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शनी में ग्रामोद्योग विभाग के पांच स्टाल लगाएं जा रहे हैं। जिसमें खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के दो स्टाल, छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर का एक स्टाल, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड रायपुर के एक स्टाल एवं छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के एक स्टाल लगाया जा रहा है। जिसमें प्रदेश के उत्कृष्ट शिल्पियों, बुनकरों, कारीगरों एवं माटीकला के शिल्पियों द्वारा उत्पादित विभिन्न कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन सह विक्रय किया जाएगा।
प्रदर्शनी में प्रदेश के हाथकरघा बुनकरों द्वारा कोसा एवं कॉटन वस्त्रों जैसे साड़ी, सलवार सूट, दूपट्टा एवं ड्रेस मटेरियल, कोसा जैकेट, चादर आदि, शिल्पियों द्वारा निर्मित बेलमेटल, बॉस शिल्प, जूट शिल्प आदि, कुंभकारों द्वारा निर्मित कप-प्लेट, कुल्हड़, मिट्टी के थाली, मिट््टी के दिए एवं खादी तथा ग्रामोद्योग के कारीगरों द्वारा उत्पादित खादी वस्त्रों का प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त समानों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में खादी वस्त्रों की खरीदी पर 30 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में शिल्प संस्कृति की परंपरा अत्यधिक प्राचीन एवं गौरवशाली रहा है। प्रदेश का ढोकरा हस्तशिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, मिट्टी शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौड़ी शिल्प, पारंपरिक वस्त्र, तूमा शिल्प, कशीदाकारी, विविध शिल्प इत्यादि एवं साड़ियां, बेड सीट तथा खादी वस्त्रों एवं ग्रामोद्योग सामग्रियों का देश-विदेश में प्रदेश की अपनी एक विशेष पहचान है।