छत्तीसगढियों की संस्कृति परंपरा आस्था का अपमान करने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का पुतला दहन
*रमन सिंह छत्तीसगढ़ की जनता से माँगे माफ़ी वरना उनके निवास के सामने देंगे धरना*
*रमन सिंह को खुला चैलेंज गर है हिम्मत तो आप भी एक बार ग़ेड़ी चढ़ हाँथ में भौंरा चला सोटा खा कर दिखाये ना की छत्तीसगढ़ियों का करे अपमान – विनोद तिवारी*
रायपुर। रमन सिंह ने कहा था की भौंरा चलाने सोटा खाने और गेड़ी चढ़ने से विकास नही होता ऐसा कह कर उन्होंने
छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा का अपमान किया है छत्तीसगढियो की आस्था का अपमान किया है उन्हें इस बयान के लिये छत्तीसगढ़ की जनता से उन्हें तत्काल माफ़ी मागनी चाहिये
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महासचिव विनोद तिवारी ने कहा की डाक्टर रमन सिंह जी ने कहा था की ग़ेड़ी चढ़ने भौंरा चलाने सोटा खाने से विकास नही होता तो रमन सिंह जी को आपको एक बात बताना चाहूँगा भूपेश बघेल जी ने ये तो नही कहा की इन सब बातो से विकास होता है बल्कि इसलिये किया की ये सब छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा का हिस्सा है यहाँ के लोगों की आस्था है भूपेश बघेल जी एक किसान के पुत्र है वो गाँव में पले बढ़े है इसलिये वो इन सब खेलो और परंपराओं की अहमियत को समझते है और वे इस परंपरा का विकास ही कर रहे है पर आप क्या समझेंगे छतीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को
आज रमन सिंह के उपरोक्त बयान के विरोध में बुढ़ापारा स्थिति धरना स्थल में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का पुतला फूँका कर रमन सिंह के ख़िलाफ़ युवाओं द्वारा जम कर नारेबाज़ी की गई युवाओं ने रमन सिंह से इस बयान के लिये तत्काल माफ़ी माँगने की बात कही और आगे से छत्तीसगढ़ की संस्कृति यहाँ की परंपरा लोगों की आस्था के ख़िलाफ़ अपमान जनक बयान ना देने की बात कही अपने इस बयान के लिये रमन सिंह माफ़ी माँगे अन्यथा उनके निवास के सामने धरना देने की चेतावनी दी ये भी कहा की आपको चैलेंज करते है आप एक बार स्वयं गेड़ी पर चलकर दिखाये आप भी अपने हाँथ में भँवरा चला सोटा खा कर दिखाये तब समझ आयेगा
विरोध करना है तो करे पर सिर्फ़ इसलिये नही की विरोध करना है छत्तीसगढ़ के लोगों की भावनाओं से खेलने वाला बयान ना दे, इतनी जल्दी धैर्य ना खोये अभी तो भूपेश बघेल जी को मुख्यमंत्री बने एक साल हुआ है अभी से इतनी बेचैनी क्यू जबकि सरकार जनहित के सारे कार्य कर आपके द्वारा फैलाये गये कचरे को साफ़ कर रही है शायद रमन सिंह विकास के मायने भुल गये है विकास हर क्षेत्र में होना चाहिये इस लिये अपने प्रदेश की संस्कृति परंपरा का भी विकास होना ज़रूरी है जो आपके राज में विलुप्त होती जा रही थी जिसे भूपेश बघेल जी ने मुख्यमंत्री निवास में मना कर संदेश दिया की ये हमारा सम्मान और अधिकार है पुरे प्रदेश में उत्साह के साथ तीज त्योहार मनाया गया जिससे आपके पेट में दर्द हो रहा है
रमन सिंह के 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के संस्कृति की उपेक्षा की गई थी ,अब जब आज छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी छत्तीसगढ़ के खेलो और परम्पराओं को पुनः जीवित करने की कोशिश कर रहे है तो आप उसके ख़िलाफ़ बयान बाज़ी कर अपना छत्तीसगढ़ विरोधी चेहरा स्वयं उजागर कर रहे है
15 साल के कार्यकाल में आपने कभी भी कोई ऐसा कार्य किया क्या जिससे छत्तीसगढ़ियों की भावना जुड़ी हो आपने भी करवाया पर क्या छत्तीसगढ़ का करोड़ों रुपया ख़र्च कर करीना का ठुमका लगाव साथ में सेल्फ़ी खिंची और बात करते है विकास की
आपके कार्यकाल में हर विभाग में आपने लूटरो को बैठा रखा था जो दोनो हाथो से छत्तीसगढ़ को 15 साल तक लुटते रहे और अपना विकास करते रहे, याद है आपको आपने कहा था तेल नही खड़ी से अब तेल मिलेगा बाड़ी से करोड़ों अरबों रुपया बर्बाद कर दिये जेट्रोफ़ा जेट्रोफ़ा खेलते खेलते और अब उँगली उनपे उठा रहे है जो छत्तीसगढ़ के खेलो को पुनः जीवित करने का सराहनीय प्रयास कर रहे है
*रमन सिंह जी आज मै आपको खुला चेलेंज करता हु की अगर आप में हिम्मत है तो आप भी गेड़ी पर चल कर दिखाओ आप भी अपने हाँथ पर भौंरा चला कर दिखाओ आप भी हाथो में सोटा खा कर दिखाओ तब आपको पता चलेगा की आप क्या है और भूपेश बघेल जी क्या है*
एक बात तो आप भुल रहे है वो मै आपको याद दिला देता हु दीपावली पूजा के दौरान यादव समाज कुछ भाईयों द्वारा डंडा चालने की भी परंपरा है उनके भी कार्यक्रम में उन्ही कि वेषभूषा में शामिल हो भूपेश बघेल जी ने डंडा भी चाला था इस पर भी बोलिये ताकि लोग आपके असली चेहरे से अवगत हो, डाक्टर साहब विरोध सिर्फ़ इस लिये मत करिये की विरोध करना है
जब से भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री बने है तब से ऐसा महसूस होने लगा है की छत्तीसगढ़ में कोई छत्तीसगढ़ीया मुख्यमंत्री है जिन्होंने छत्तीसगढ़ की सभ्यता संस्कृति तीज त्योहार परंपराओं का आयोजन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री निवास पर करवा कर ये संदेश दिया की ये हमारी संस्कृति हमारा अधिकार है और ये उत्सव पुरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाना चाहिये हमारी संस्कृति हमारी धरोहर हमारी पहचान है डाक्टर साहब मेरा आपसे एक सवाल है क्या आपने अपने 15 साल के कार्यकाल में ऐसे आयोजन आम जनता के लिये कभी किये नही किये और अगर भूपेश बघेल जी कर रहे है तो आपके पेट में दर्द हो रहा है आख़िर क्यू हम समझ सकते है आपकी पीड़ा को आप भूपेश बघेल जी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा रहे है आप जो 15 साल में नही कर पाये भूपेश बघेल जी ने वो 1 साल में कर आम जनता का दिल जीत लिया छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिये एतिहासिक कार्य किये
आपने जो बयान दिया है किसी गाँव में भाषण के दौरान भी बोलियेगा आपको जवाब अपने आप मिल जायेगा आपका ये बयान छत्तीसगढ़ की सभ्यता संस्कृति परंपरा विरोधी एवं शर्मनाक है
आपके जवाब की प्रतीक्षा में कि आप मेरे इस चेलेंज को स्वीकारेंगे।