लाक डाउन में अन्य राज्यों के फंसे श्रमिकों को मिली पनाह, 9 शिविरों में 676 श्रमिकों को मिला भोजन और आश्रय

रायपुर। लॉकडॉउन के दौरान कोरोना वायरस महामारी के चलते विभिन्न राज्यो और छत्तीसगढ के दूसरे जिलों के श्रमिक और नागरिक यहा फंस गए है । ऐसे श्रमिकों और नागरिकों के लिए रायपुर जिले में 9 जगहों में राहत शिविर बनाये गए है। तिल्दा, आरंग, बिरगांव ,जोरा, अभनपुर, धरसींवा, माना, लाभांडी और खरोरा में 676 श्रमिको और जरुरतमंदो ने पनाह ली है। इनमे पं बंगाल, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र,उत्तरप्रदेश ,झारखण्ड,ओडिसा, बिहार,राजस्थान,पंजाब, हरियाणा,आन्ध्रप्रदेश और तेलंगाना राज्यों के श्रमिक भी है। यहाँ पनाह लिये मध्य प्रदेश के श्रमिक श्री गीता प्रसाद विश्वकर्मा ने शिविर की भूरि -भूरि तारीफ करते हुए इसके लिये प्रशसन को धन्यवाद दिया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल ने कहा है कि ‘राज्य में कोई भी जरूरतमंद भूखा नही सोएगा’,उनके इस भावना के आधार पर रायपुर जिले में रैपिड रेस्पॉन्स दल का गठन किया गया है। जो रोज रात्रि ८ बजे से दुसरे दिन सुबह 7 बजे तक घूम- घूम कर देखता है कि कोई भूखा तो नहीं है।जरुरत होने पर रात 2 बजे भी उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जाता है।