डॉ. अजय सहाय आचार्य चाणक्य सम्मान से अलंकृत
रायपुर। छत्तीसगढ़ के ख्यातिनाम चिकित्सक, अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा, लेखक व साहित्यकार प्रोफेसर डॉ. अजय सहाय को शिक्षक दिवस व हिंदी दिवस पर सयुक्त रूप से 14 सितंबर को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में ‘आचार्य चाणक्य शिक्षाविद’ सम्मान से अलंकृत किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार खन्ना तथा मुख्य आयोजक मुंबई स्थित फन टू लर्न संस्था के सीईओ श्रीमती रचना भीमरजका थी।
विदित हो कि डॉ सहाय विगत तीन दशकों से मेडिकल व नर्सिंग कॉलेजों में शिक्षण का कार्य कर रहे है तथा अपने पढ़ाने के विशेष अंदाज के कारण विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय है। हिन्दी व छत्तीसगढ़ी भाषा मे दर्जनों कहानियां, प्रहसन व पटकथाएं लिख चुके हैं। उनकी अनेक रचनाओं को दूरदर्शन द्वारा छायांकन व फिल्मांकन करके राष्ट्रीय व क्षेत्रीय स्तर पर प्रसारण किया जा चुका है। लाडली, कसक, अधूरा प्रेम, कैसे बताऊ, जख्म, परछाई, तमाशा, मैं वो नहीं, परिवर्तन (धारावाहिक), डॉक्टर की बीवी एवं हार्ट ट्रांसप्लांटेशन (प्रहसन) उनकी प्रसिद्ध रचनाएं हैं। उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलधियों के लिए सैकड़ों क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं जिनमें मेडिकल के क्षेत्र में डॉ बी सी रॉय अवार्ड व उत्कृष्ट सिनेमा के लिए दादा साहेब फाल्के अकादमी पुरस्कार भी शामिल है।