डॉ चरणदास महंत ने दी प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाये

रायपुर। छत्तीसगढ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने सभी छत्तीसगढ़वासियों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा किए आज के ही दिन प्रदेश की उन्नति, प्रगति, राज्य के उत्थान को दृष्टिगत रखते हुए हमारे बुजुर्गो के संघर्षो से स्वतंत्र राज्य का सपना साकार हुआ।
डॉ महंत ने कहा कि, पौराणिक काल में इसे कौशल राज्य कहा जाता था, यही श्रीराम का ननिहाल था। राज्य का पौराणिक नाम तो कौशल राज्य है, जो भगवान श्रीराम की ननिहाल कहा जाता है। छत्तीसगढ़ का नाम 300 साल पहले यहां के गोंड जनजाति के शासनकाल के दौरान मिला था। गोंड राजाओं के यहां 36 किले थे। किलों को गढ़ भी कहा जाता है। इसी कारण इस क्षेत्र का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा । छत्तीसगढ़ नाम को लेकर यह भी कहा गया है कि प्रदेश के 18-18 गढ़ शिवनाथ नदी के उत्तर और दक्षिण में स्थित थे, जिनपर कल्चुरी राजाओं का कब्जा था, इन्हीं की वजह से यह नाम मिला। 2000 में जब राज्य का गठन किया गया तब देश को छत्तीसगढ़ 26 वें राज्य के रूप में मिला।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य जल, जंगल, जमीन, कोयला, लोहा, मिनरल्स से परिपूर्ण है। हम सभी मिलकर इसे विकसित राज्य के रूप में अपने बुजर्गो के सपनो को साकार करे और गढ़बो नवा छत्तीसगढ का संकल्प लेते है।