रायपुर। शहर के हृदय स्थल में पूर्ववर्ती सरकार की हठधर्मिता का स्मारक स्काईवॉक के निर्माण के प्रारंभिक दौर से जारी विरोध के चलते स्काईवॉक पर रोक के साथ प्रदेश सरकार द्वारा जनता के सुझाव, वास्तु , इंजीनियर,  ट्रैफिक एक्सपर्ट, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों सहित प्रशासनिक अफसरों की कमेटी से सुझाव लिए गए ।

प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा स्काईवॉक की उपयोगिता पर परामर्श हेतु शहर के जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों वास्तुविद और अफसरों की कमेटी वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई । समिति के सदस्य विधायक विकास उपाध्याय और कन्हैया अग्रवाल ने आज शाम कांग्रेसजनों के साथ तहसील ऑफिस के पास से स्काईवॉक के अर्ध निर्मित स्ट्रक्चर में चढ़कर निर्माण का भौतिक निरीक्षण किया।

पुरवर्ती सरकार द्वारा कमीशन के चक्कर मे बनाया गया स्काईवॉक

विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार और उसके मंत्री की हठधर्मिता के चलते शहर की जनता के भारी विरोध के बावजूद जनता की गाढ़ी कमाई को स्काईवॉक जैसे प्रोजेक्ट में लगाया गया ,स्काई वॉक की उपयोगिता का सर्वे तक नहीं किया गया उसके बावजूद भारी भ्रष्टाचार के लिए योजना को अंजाम दिया गया।

स्काई वाक का हस्र भी एक्सप्रेस-वे की तरह न हो: कन्हैया अग्रवाल

समिति के सदस्य कन्हैया अग्रवाल ने स्काईवॉक निर्माण की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि ऐसा ना हो कि एक्सप्रेस-वे की तरह यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े और दुर्घटना का कोई शिकार हो । उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा स्काईवॉक को जबरन थोपे जाने के निर्णय के बाद भी कांग्रेस सरकार ने सभी के सुझाव लेकर अंतिम निर्णय लेगी । समिति की बैठक में सदस्य गण निरीक्षण की रिपोर्ट के साथ ही उपयोगिता पर सुझाव भी देंगे ।
स्काईवॉक निरीक्षण के दौरान संदीप तिवारी, सोमेन चटर्जी, रोशन श्रीवास,गोलू कुशवाह,हर्षित जायसवाल,पूजा देवांगन,शब्बीर खान, गोपाल वर्मा,सुनील शेर, के राजा, भट्टर अग्रवाल ,राकेश अग्रवाल, नरेश बाफना ,राजेश त्रिवेदी ,सुरेश बाफना एवं काँग्रेस के समस्त साथी उपस्थित हुए।

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