राज्योत्सव में हस्तशिल्पियों को मिला अच्छा प्रतिसाद, राज्य सरकार का माना आभार
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित पांच दिवसीय समारोह में स्थानीय साइंस कॉलेज मैदान में लगाए गए ग्रामोद्योग (शिल्पकला) उत्पादों को खरीदारों का अच्छा प्रतिसाद मिला। इससे ग्रामोद्योग से जुड़े कारीगर काफी उत्साहित है। राज्योत्सव में हस्तशिल्पियों और कारीगरों द्वारा लगभग 75 लाख 98 हजार रूपए का व्यवसाय किया गया। कारीगरों और शिल्पियों ने ऐसे आयोजनों के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।
बीते एक नवम्बर से 5 नवम्बर तक आयोजित राज्योत्सव के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में ग्रामोद्योग क्षेत्र में कार्यरत बुनकर कारीगरों, हस्तशिल्पियों, माटी शिल्पियों, खादी बुनकरों तथा विभिन्न कुटीर उद्योग में संलग्न हितग्राहियों को प्रोत्साहन प्रदान करने तथा उनके उत्पादों को उपभोक्ताओं में लोकप्रिय बनाकर उन्हें विपणन सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से राज्योत्सव स्थल पर शिल्पग्राम का निर्माण किया गया था। शिल्पग्राम में हाथकरघा क्षेत्र में कार्यरत 38 बुनकर सहकारी समितियां विभिन्न शिल्पों के लगभग 42 हस्तशिल्पियों, 23 माटीशिल्पकारों तथा खादी ग्रामोद्योग के 08 इकाईयों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया।
शिल्पग्राम में बुनकर शिल्पियों द्वारा निर्मित हाथकरघा सूती एवं कोसा वस्त्रों को राज्योत्सव में आने वाले लोगों द्वारा काफी सराहा गया तथा बुनकर समितियों द्वारा राज्योत्सव में 43 लाख 82 हजार रूपए के हाथकरघा वस्त्रों का विक्रय किया गया। राज्य के विभिन्न जिलों के आए हस्तशिल्पियों द्वारा बेलमेटल, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना, मरवाही एम्ब्रायडरी, तुम्बा शिल्प, भित्यी शिल्प, लौह शिल्प के कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्रियों का विशेष आकर्षण रहा तथा शिल्पग्राम में 20 लाख 68 हजार रूपए के हस्तशिल्प उत्पादों का विक्रय हुआ। इसी प्रकार विभिन्न जिलों से आए लगभग 23 माटीशिल्पियों द्वारा अपने शिल्प का प्रदर्शन किया गया। माटीशिल्पियों द्वारा कप, गिलास, डिनर सेट के निर्माण का जीवंत प्रदर्शन भी किया गया। माटीशिल्प के बने उत्पादों के प्रति उपभोक्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। राज्योत्सव में माटीशिल्पियों द्वारा लगभग 7 लाख 72 हजार रूपए के माटीशिल्प उत्पादों का विक्रय किया गया। राज्योत्सव में खादी ग्रामोद्योग द्वारा खादी वस्त्र, रेडिमेड वस्त्र, अगरबत्ती, हरबल उत्पाद, आयुर्वेदिक उत्पाद के स्टॉल लगाए गए थे, जिसमें प्रदर्शनी अवधि में 4 लाख 6 हजार रूपए के उत्पादों का विक्रय किया गया।
इस प्रकार राज्योत्सव में ग्रामोद्योग विभाग द्वारा लगाए गए शिल्पग्राम में कुल 75 लाख 98 हजार रूपए के उत्पादों का विक्रय किया गया। राज्योत्सव में सम्मिलित ग्रामोद्योग के हाथकरघा कारीगरों, हस्तशिल्पियों, माटी शिल्पियों, खादी ग्रामोद्योग के हितग्राहियों को मिले अच्छे प्रतिसाद से उनमें काफी उत्साह रहा। उनके द्वारा शासन के ऐेसे आयोजन में ग्रामोद्योग के उत्पादों को प्रोत्साहन एवं विपणन सुविधा प्रदान करने हेतु आभार व्यक्त किया गया।