शहीदेआज़म भगतसिंह के जन्मदिन व शहीद शंकर गुहा नियोगी के शहादत दिवस पर एक दिवसीय कायर्शाला का आयोजन कल
रायपुर। शहीदेआज़म भगतसिंह के जन्मदिन, शहीद शंकर गुहा नियोगी के शहादत एवं प्रो.देवीप्रसाद चट्टोपाध्याय की जन्म शताब्दी पर एक दिवसीय कायर्शाला का आयोजन कल रायपुर में होगा। क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच (कसम) की ओर से आयोजित ये कार्यशाला वृंदावन हाल में होगा। उक्त जानकारी मंच के महासचिव तुहिन देव एवं केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य शंकर दास ने प्रेस कांफ्रेंस में दी है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 20वीं सदी के सुप्रसिद्ध दार्शनिक एवं गवेषक प्रो.देवीप्रसाद चट्टोपाध्याय की जन्म शताब्दी मनाई जा रही है। हमारे जैसे जनआंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए उनका स्मरण कोई अकादमिक ज्ञानचर्चा करने के लिए नहीं बल्कि जनवादी आंदोलन के प्रांगण को और विस्तृत करने के लिए जरूरी है। इसलिए ये आयोजन किया जा रहा है, ताकि युवाएँ आगे आये और तर्कशील बने। आज जब भारतीय चिंतन परंपरा और प्राचीन विरासत के नाम पर असत्य, अर्धसत्य, अज्ञानता, धार्मिक कट्टरपंथ व अंधविश्वास का चारों तरफ बोलबाला है, जब उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मोर के ब्रम्हचर्य व उसके आंसू से गर्भाधान का फरमान जारी करते हैं, या फिर प्रधानमंत्री समेत तमाम मंत्री भारतीय विज्ञान कांग्रेस के मंच से भारतीय पुरातन, अवैज्ञानिक परंपराओं को महिमामंडित करते हैं या संसद के स्पीकर ब्राह्मणों की श्रेष्ठता की बात कहते हैं और शासकदल के प्रतिनिधि टी.वी. चैनल में वैदिक गणित के प्रयोग से ‘‘नासा‘‘ के अंतरिक्ष अभियान की सफलता का बेशर्मी से प्रचारित करते हैं तब देवीप्रसाद लोकायतवादी, भौतिकवादी दर्शन का परचम लेकर हमारा संबल बनते हैं। इसी कड़ी में हम लोकायत दर्शन पर केंद्रित एक *कार्यशाला का आयोजन आगामी 28 को शनिवार दोपहर 12 से संध्या 4 बजे तक वृन्दावन हॉल, सिविल लाईन है। हमारा उद्देश्य है कि विद्यार्थियों, नौजवानों व प्रगतिशील आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं को सांप्रदायिकता, धार्मिक कट्टरपंथ, अंधविश्वास, मनुवाद व फासीवाद से लड़ने में तर्कशील, वैज्ञानिक भौतिकवादी दार्शनिक सोच के संसाधन से लैस किया जा सके। इस अवसर पर हम बंगाल व छत्तीसगढ़ के जनवादी आंदोलन में सक्रिय रहे कॉमरेड सनत कुमार प्रामाणिक का भी स्मरण करेंगे।