‘सामान्य प्रसव : हर एक महिला का मूल अधिकार’ पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन कल से
रायपुर। शासकीय नर्सिंग कॉलेज, रायपुर और सोसाइटी ऑफ मिडवाइव्स ऑफ इंडिया द्वारा ‘सामान्य प्रसव : हर एक महिला का मूल अधिकार’ विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरूआत 26 सितम्बर को सवेरे साढ़े दस बजे होगी। पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम में 26 सितम्बर से 28 सितम्बर तक चलने वाले सम्मेलन में देशभर से आमंत्रित विशेषज्ञ सामान्य प्रसव के महत्व और तकनीक के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इसमें भारत सरकार, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ तथा सोसाइटी ऑफ मिडवाइव्स ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। सम्मेलन में कई शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। इस दौरान नर्सों, अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ और नर्सिंग छात्र-छात्राओं के लिए सामान्य प्रसव से संबंधित कौशल, तकनीक और श्रेष्ठ प्रचलनों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
सम्मेलन के पहले दिन 26 सितम्बर को दोपहर एक बजे सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने और लोगों को जागरूक करने देशव्यापी सामान्य प्रसव अभियान (Normal Birth Campaign) लॉंच किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में सिजेरियन प्रसव की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सामान्य प्रसव की परिस्थितियों में भी ऑपरेशन द्वारा प्रसव की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इस परिदृश्य के मद्देनजर सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने शासकीय नर्सिंग कॉलेज, रायपुर और सोसाइटी ऑफ मिडवाइव्स ऑफ इंडिया द्वारा नर्सों का कौशल निखारने इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
सम्मेलन के दौरान ‘कौशल मॉल’ का भी आयोजन होगा। इसमें शासकीय और निजी अस्पतालों में कार्यरत नर्सेस, ए.एन.एम. और जी.एन.एम. के साथ ही बी.एस.सी व एम.एस.सी. नर्सिंग की छात्राओं को बेहतर प्रसव तकनीक के अभ्यास का मौका मिलेगा। इस दौरान उन्हें सामान्य प्रसव के समय संभावित दिक्कतों और जटिलताओं का प्रबंधन अपने स्तर पर करने का कौशल भी सिखाया जाएगा।