छत्तीसगढ

अपनी ही चाची ने दुधमुंही गीतांजलि को दी दर्दनाक मौत

रायपुर। जी हां, अपनी ही चाची ने एक दुधमुंही बच्ची गीतांजलि को बेहद दर्दनाक मौत दिया। ये घटना आज से तीन पहले यानी 21 अप्रैल की है। माना कैम्प क्षेत्रातंर्गत टेमरी निवासी मनोज साहू की है, जहां उनकी एक वर्षीय पुत्री गीतांजलि साहू की मौत होने की सूचना मिली थी। जिस पर थाना माना कैम्प की टीम ने मृतिका की मां नीलम साहू से पूछताछ की।

जीवित होने की उम्मीद में ले गई थी अस्पताल

मृतिका की माँ से पूछताछ में बतायी कि वह 21 की सुबह अपनी बेटी गीतांजली को दूध पिलाकर रूम में सुलाई थी। कुछ समय बाद बच्ची को रूम में नही पाये जाने से घर के सभी परिजन खोजबीन कर रहे थे। खोजबीन के दौरान घर के छत पर गये औऱ वहां के पानी टंकी जिसका ढक्कन बंद एवं उसके उपर एक लकडी का बडा गुटका रखा था, जिसे खोलकर देखने पर गीतांजली को पानी टंकी अंदर पाया गया। घरवाले जीवित होने की उम्मीद पर उसे तुरंत मेकाहारा अस्पताल लेकर गये जहां डाक्टर ने बच्ची को मृत बताया। थाना माना कैम्प में घटना की जानकारी मिलने मर्ग जांच में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 38/20 धारा 302 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

विशेष टीम ने की सूक्ष्मता से जांच

पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने बच्ची की हत्या को गंभीरता से लिया। उन्होंने तारकेश्वर पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अभिषेक माहेश्वरी नगर पुलिस अधीक्षक उरला, एल.सी. मोहले नगर पुलिस अधीक्षक माना, सुश्री कल्पना वर्मा उप पुलिस अधीक्षक एवं दुर्गेश रावटे थाना प्रभारी को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना माना कैम्प की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा हत्या के सभी पहलुओं की सूक्ष्मता से जांच प्रारंभ किया जाकर घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया।

जीवित अवस्था में डाल दिया भरी पानी की टँकी में

पुलिस टीम ने परिजनों से मृतिका के संबंध में अलग-अलग पूछताछ की। आसपास के लोगों से भी हत्या व मृतिका के परिजनों के संबंध में पूछताछ की। अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम को सूचना प्राप्त हुई कि मृतिका के बड़े पापा अनुज साहू तथा बड़ी मां राजेश्वरी साहू का कोई संतान नहीं है, दोनों संतान के लिए डाॅक्टरी ईलाज एवं झाड़ फूंक भी करा रहे थे, परंतु आज तक उनको संतान की प्राप्ति नहीं हुई थी। जिस दिन घटना घटी उस दिन भी घर में मृतिका की मां के अलावा अनुज साहू एवं राजेश्वरी साहू उपस्थित थे। जिस पर टीम का शक अनुज साहू एवं राजेश्वरी साहू के उपर और गहरा हो गया। टीम द्वारा मृतिका के बड़े पापा अनुज साहू एवं बड़ी मां राजेश्वरी साहू से पुनः घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करना प्रारंभ किया गया। पूछताछ के दौरान राजेश्वरी साहू का बयान बार-बार बदलकर टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रही थी, परन्तु पुलिस की कड़ाई से पूछताछ करने पर राजेश्वरी साहू का झूठ ज्यादा देर टिक न सकी और अंततः उसने अपना जुर्म कबूल किया। पूछताछ में आरोपिया राजेश्वरी साहू ने बताया कि आज से 3 वर्ष पूर्व उसका विवाह अनुज साहू से तथा मृतिका की मां नीलम साहू का विवाह मनोज साहू से एक साथ संपन्न हुआ था। कुछ दिनों बाद नीलम साहू ने गीतांजली को जन्म दिया तथा वह धीरे -धीरे बड़ी भी हो रही थी परंतु आरोपिया का कोई संतान नहीं थी। आरोपिया संतान प्राप्ति हेतु लगातार हर तरह का ईलाज करा रही थी फिर भी उसे संतान प्राप्ति नहीं हुई थी, जिससे आरोपिया राजेश्वरी साहू मृतिका गीतांजली साहू के प्रति अपने मन में द्वेष व जलन की भावना रखती थी। इसी द्वेष व जलन की भावना से क्षुब्ध होकर आरोपिया ने दूधमुही बच्ची गीतांजली साहू की हत्या करने की ठान ली। घटना के दिन आरोपिया नहाने का बहाना कर बाथरूम में प्रवेश की तथा मृतिका की मां नीलम साहू भी अपनी पुत्री को कमरे में सुला कर दूसरे बाथरूम में नहाने चली गयी। इसी दौरान आरोपिया राजेश्वरी साहू ने दूधमुही गीतांजली को सोते हुए उठाकर घर के उपर छत में ले गयी तथा उसी स्थिति में जीवित ही उसे पानी टंकी में डालकर ढ़क्कन बंद कर दी तथा ढक्कन के उपर लकड़ी बड़ा गुटका रख दी थी। आरोपियों को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button