अब संसदीय सचिव ने की स्कूल बंद रखने की मांग, कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा बताया

रायपुर, 1 दिसंबर। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान के खतरे के बीच छत्तीसगढ़ में स्कूल फिर से बंद हो सकते हैं। एक दिन पहले वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने स्कूल खोलने पर फिर से विचार की बात कही थी। अब संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने सरकार से स्कूलों को बंद करने की मांग उठाई है।
संसदीय सचिव और रायपुर पश्चिम से विधायक विकास उपाध्याय ने कहा, केन्द्र सरकार को इसके रोकथाम के लिए कुछ करने के पूर्व हमें स्वयं ही कड़े निर्णय लेने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ में 9 साल के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक संक्रमण के दायरे में आ गए हैं। ऐसे में यह उचित होगा कि समय पूर्व सबसे पहले शैक्षणिक संस्थानों को पूर्व की भांति पूरी तरह से बंद रखा जाए।
उन्होंने आगाह करते हुए कहा, जिस तरह से छत्तीसगढ़ में छोटे शहरों से लेकर अन्य जगहों में कुछ लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। यह बहुत ही चिंताजनक है। लोगों के बीच अब कोविड-19 को लेकर बातचीत भी बंद हो गई है। विकास उपाध्याय ने मास्क के लिए कड़े नियम बनाते हुए मास्क नहीं लगाने वालों पर बड़ा जुर्माना लगाने का भी सुझाव दिया है।
ओमिक्रान आया तो बड़ी परेशानी होगी
विकास उपाध्याय ने कहा, ओमिक्रान पर विशेषज्ञों ने जो राय दी है उसके अनुसार इसमें कुल मिलाकर 50 म्यूटेशन हुए हैं। 30 से अधिक म्यूटेशन तो स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। ज्यादातर वैक्सीन वायरस के प्रोटीन पर हमला करते हैं और इन्हीं के जरिए वायरस भी शरीर में प्रवेश करता है। वायरस के हमारे शरीर की कोशिकाओं से संपर्क बनाने वाले हिस्से की बात करें तो इसमें 10 म्यूटेशन हुए हैं। जबकि दुनिया भर में तबाही मचाने वाला डेल्टा वैरिएंट में मात्र दो म्यूटेशन हुए थे। इससे साफ जाहिर है कि ओमिक्रान ने कहीं छत्तीसगढ़ में दस्तक दी तो लोगों के लिए परेशानी खड़ा कर सकती है।
महामारी के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञ दल की भी मांग
विकास उपाध्याय ने केन्द्र सरकार से विशेषज्ञ दल के गठन की मांग की है। उन्होंने कहा, सरकार को एक स्वतंत्र विशेषज्ञों का आयोग गठन किया जाना चाहिए जो महामारी के खिलाफ कार्य का एक निष्पक्ष मूल्यांकन कर सके। उन्होंने कहा, स्वास्थ्य सिस्टम को और मजबूत करने की जरूरत है। केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर यदि काम करें तो देश स्वास्थ्य सिस्टम को बेहद मजबूत किया जा सकता है।