अम्बेडकर से अंतः रोगी विभाग की शिफ्टिंग पहले, OPD को आवश्यकतानुसार किया जाएगा शिफ्ट
0 कोविड-19 के इलाज के लिए शासन के निर्देश पर अम्बेडकर में 500 बिस्तर की तैयारी
0 अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त की अध्यक्षता में शिफ्टिंग को लेकर बैठक का आयोजन
रायपुर। कोविड -19 के इलाज के लिये शासन के निर्देश पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर में 500 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने 7 अप्रैल से अम्बेडकर अस्पताल के विभागों के शिफ्टिंग की प्रक्रिया के निर्देश दिये थे जिसके परिपालन में चिकित्सा महाविद्यालय में मंगलवार को अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त की अध्यक्षता में समस्त विभागाध्यक्षों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कोविड – 19 को लेकर अस्पताल की तैयारियों एवं शिफ्टिंग को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। इसके अंतर्गत चिकित्सालय में संचालित हो रहे विभिन्न विभागों के ओपीडी ( outdoor patient department ) अर्थात् बाह्य रोगी विभाग का संचालन फिलहाल चिकित्सालय में ही किया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार इनको दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा। इसी तरह आईपीडी ( indoor patient department ) अर्थात् अंतः रोगी विभाग में भर्ती होने वाले मरीजों की व्यवस्था दूसरे अस्पतालों में हो जाने के बाद ही मरीजों को उन अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा।
शासन के निर्देश पर डीकेएस सुपरस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल, पंडरी जिला चिकित्सालय एवं आवश्यकतानुसार मातृ-शिशुअस्पताल कालीबाड़ी तथा शांतिनगर स्थित एकता हॉस्पिटल का उपयोग मरीजों के भर्ती एवं उपचार के लिये किया जाएगा।
अम्बेडकर अस्पताल के संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. विनित जैन ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि दूसरे अस्पतालों में मरीजों के उपचार की उचित व्यवस्था हो जाने के उपरांत ही शिफ्टिंग की प्रक्रिया की जाएगी। जिन मरीजों को आगे उपचार की आवश्यकता है उनको दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के बाद तक पूर्ण उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
वर्तमान में जो स्थिर (stable) मरीज हैं केवल उन्हें ही डिस्चार्ज किया जा रहा है तथा डिस्चार्ज के बाद उनके गंतव्य तक जाने की व्यवस्था संजीवनी 108 एवं महतारी एक्सप्रेस 102 के साथ समन्वय करके की जा रही है। अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भीव्यवस्था बनायी जा रही है। डिस्चार्ज मरीजों की स्थिति को ध्यान में रखकर ही किया जा रहा है। दूसरे अस्पतालों में व्यवस्था बन जाने के बाद अम्बेडकर के अंतः रोगियों को वहां शिफ्ट किया जाएगा।
चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की स्थिति एवं उनके उपचार की सुविधा तथा अन्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ही शिफ्टिंग की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। सभी विभागाध्यक्षों ने बुधवार को शिफ्टिंग स्थल का निरीक्षण किया गया एवं अपने-अपने विभाग की आवश्यकताओं की जानकारी अधीक्षक डॉ. जैन को दी।
डी. के. एस. अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. हेमंत शर्मा ने अधिष्ठाता डॉ. दत्त को अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या, जरूरी उपकरण और इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी दी तथा विभागों के अनुसार उनके वितरण के बारे में बताया।
वर्तमान में अम्बेडकर अस्पताल में मेडिसीन रोग, हड्डी रोग, बाल्य एवं शिशु रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, जनरल सर्जरी, नाक, कान गला रोग, नेत्र रोग, दन्त रोग, मनोरोग, चर्म रोग, श्वसन रोग, कैंसर (रेडियोथेरेपी), हृदय रोग, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, एनेस्थेसिया एवं रेडियोडाग्नोसिस (एक्स रे) विभाग का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है। इनमें से कैंसर (रेडियोथेरेपी), रेडियोडाग्नोसिस (एक्स रे), पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट, एनेस्थेसिया विभाग वर्तमान में अम्बेडकर अस्पताल में ही संचालित होंगे। निकट भविष्य में इनमें से कुछ विभागों का संचालन आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए परिवर्तित किया जा सकता है। इन विभागों को आवश्यकतानुसार शिफ्ट करने की योजना है। (फाइल फोटो)