राष्ट्रीय

आज देश आज मना रहा है 73वां स्वतंत्रता दिवस, आतंकवाद को पनाह देने वालों पर कार्रवाई हो: पीएम मोदी

पीएम का सम्बोधन

नई दिल्ली। हमारे देश में उत्पादन बढ़े, हम ऐसा सपना क्यों न देखे कि हमारा समान दूसरे देशों के बाजार में बिके। हमारा निवेशक ज्यादा निवेश करे, ज्यादा नौकरी दे, सरकार को इस पर ध्यान देगी। वेल्थ क्रियेट करनेवालों के प्रति हमारी सोच बदलनी होगी। जो लोग वेल्थ क्रियेट करने में लगे हुए हैं, उसके प्रति भी हमारा सम्मान है। हम विकास के साथ-साथ शांति और सुरक्षा पर बल दे रहे हैं। यह विकास के अनिवार्य पहलू है। दुनिया आज असुरक्षा की भावना से घिरी हुई है। वैश्विक परिवेश में भारत मूक दर्शक बना हुआ नहीं रह सकता है। आतंवाद को पनाह देने वालों के खिलाफ कार्यवाई हो इसके लिए हमें काम करना होगा, आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए भारत को आगे आने होगा। हमें महत्वपूर्ण रोल अदा करना होगा। भारत मूकदर्शक नहीं रह सकता है। बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान जैसे देश आतंकवाद से पीड़ित हैं। आतंक को जड़ से खत्म करना जरूरी है।
हमें टुकड़ों में सोचने की जरूरत नहीं है। हमें जल, थल, वायु सेना तीनों को एक साथ आगे आना होगा। पूरी सैन्य शक्ति को मिलकर आगे बढ़ना होगा। इसके लिए चीफ ऑफ डिफेंस का नया पद बनाया जाएगा।
हमें देश के लिए मरने का नहीं जीने का मौका मिला है।

पीएम मोदी ने कहा- न सरकार का दबाव हो, न सरकार का अभाव हो

हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल में ही देशवासियों ने ‘सबका विश्वास’ के रंग से पूरे माहौल को रंग दिया।
देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए हर स्तर पर प्रयास जरुरी है। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा की जिंदगी से सरकार का दखल समाप्त होना चाहिए। सरकार का लोगों पर दबाव नहीं होना चाहिए और लोग जब मुसिबत में हो तो उन्हें सरकार का अभाव नहीं होना चाहिए।
हमने देश से 1450 कानून को समाप्त किया है। अभी दूसरे कार्यकाल में 60 कानूनों को समाप्त किया है।

100 लाख करोड़ रूपये आधुनिक संरचना पर खर्च किए जाएंगे। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा। देश बदल रहा है, अब लोगों की सोच बदल चुकी है। आज लोग काम का हिसाब मांगते है। आज लोग आशाओं और आकांक्षाओं से भरे हुए हैं। बिजली का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आज का भारत बिजली के पोल और तार से संतुष्ट नहीं है। लोग मोबाइल  नहीं डेटा स्पीड की बात करते हैं। देश बदल रहा है। सोच बदल रहा है।

पीएम का सम्बोधन

पीएम मोदी ने सरकार 70 दिन में 370 को हटाया। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि आप लोगों में सुधार करने की ताकत और हिम्मत नहीं थी। 370, और 35ए की वकालत करने वालो ने इसे स्थाई क्यों नहीं किया?
मोदी ने कहा कि आज हर हिंदुस्तानी कह सकता है एक देश एक संविधान। उन्होंने कहा कि देश को नई उंचाईयों का पार करना है, उसे अपना स्थान पाना है, गरीब से मुक्ति पानी है। यह कोई उपकार नहीं है। हमे गरीबी से निकलना ही होगा। गरीबी से बाहर आने के लिए सरकार ने सफल प्रयास किये। हमने गरीबी समाप्त करने में सफलता हासिल की है। अगर गरीबों में स्वाभिमान जागता है तो वह खुद गरीबी को समाप्त करने की क्षमता रखता है।

गरीबी समाप्त करने के लिए सब सरकार ने काम किए, लेकिन बात नहीं बनी। उन्होंने पानी की बढ़ती किल्लत को समाप्त करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मोदी सरकार जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे। आने वाले सालों में इस पर अधिक पैसे खर्च किए जाएंगे। करीब साढ़े तीन लाख करोड़ का खर्च जल जीवन मिशन पर खर्च किए जाएंगे।
बच्चों को भी पानी के महत्व के विषय में जानकारी दिया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि जो काम पिछले 70 साल में हुआ है उसे पांच साल में करना है  हम इंतजार नहीं कर सकते हैं।
संत कवि तिरुवल्लूवर का जिक्र करते हुए कहा कि, जल संचयन पर उन्होंने पहले ही अपनी बात रखी थी। उन्होंने पानी की महत्व पर बल दिया था।

उन्होंने एक संत मुनि का जिक्र करते हुए कहा कि उन संत ने 100 साल पहले कहा था कि पानी किराने की दूकान में मिलेगी। यह बात उन्होंने तब कही थी, इसलिए जल संचय आवश्यक है। बच्चों को जल संचयन की शिक्षा दी जानी चाहिए।

भारत आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है

नई दिल्ली। भारत आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर लालकिले के प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया। वे अब देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।   मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में देशव़ासियों को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की बधाई दी।

पीएम मोदी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी कुप्रथा से मुक्ति मिली। हमने पिछले पांच साल में जनसमर्पण की भावना के साथ काम किया। सरकार ने अनुच्छेद 35A 370 को हटाकर पटेल के सपने को साकार करने काम किया है। 2019 का चुनाव जनता ने लड़ा था।

  • रक्षा सचिव प्रधानमंत्री का परिचय दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री से करवाया गया।
  • लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री प्रधानमंत्री को सलामी मंच की ओर ले जाएंगे जहां अंतर सेना और पुलिस गार्ड के जवान उन्हें सलामी देंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।
  • प्रधानमंत्री को सलामी देने वाले दस्ते में सेना के तीनों अंगों और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 24-24 जवान शामिल रहे।
  • सलामी देने वाला दस्ता प्राचीर के नीचे की खाई के पास राष्ट्रीय ध्वज के सामने मौजूद रहे।
  • इस साल, गार्ड ऑफ ऑनर का समन्वय भारतीय वायुसेना को सौंपा गया है।
  • वायुसेना के विंग कमांडर अनुज भारद्वाज इस गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व किया।

प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल थलसेना के दस्ते की कमान मेजर लैशराम टोनी सिंह संभाले।

  • नौसेना दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर प्रशांथ प्रभाकर करेंगे जबकि वायुसेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर एसबी गौड़ा के हाथों ने संभाला।
  • दिल्ली पुलिस बल के दस्ते की कमान एडीशनल डीसीपी बिक्रम एचएम मीणा संभाले।
  • प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में थल सेना का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स की द्वितीय बटालियन कर रही है.
  • गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर की ओर प्रस्थान किया।
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल कर्मबीर सिंह पीएम मोदी का अभिवादन किया।
  • जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली एरिया, ध्वजारोहण के लिए प्रधानमंत्री को लाल किले की प्राचीर की ओर ले गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, और गार्ड ऑफ ऑनर के जवान राष्ट्रीय सलामी देंगे, तब वायु सेना बैंड के बैंडवादक राष्ट्र गान की धुन बजाएंगे.

  • तीनों सेनाओं के सभी उपस्थित अधिकारी एवं जवान सम्मान में खड़े होकर सलामी देंगे। बैंड के दस्ते की कमान जूनियर वारंट ऑफिसर पंकज बाबू के हाथों में होगी।
  • राष्ट्रीय ध्वज को फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता फ्लाइंग ऑफ़िसर प्रीतम सांगवान करेंगी।
  • प्रधानमंत्री की एडीसी ड्यूटी के लिए दो वायुसेना अधिकारी फ्लाईट लेफ्टिनेंट ज्योति यादव और फ्लाईट लेफ्टिनेंट मानसी गेड़ा सलामी मंच के दोनों ओर तैनात रहेंगी।
  • ध्वजारोहण की गौरवशाली परंपरा के साथ ही सर्वोत्कृष्ट 2233 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर गनर ताल से ताल मिलाते हुए 21 तोपों की सलामी देंगे।
  • इस बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल सी संदीप संभाल रहे हैं जबकि गन पोजिशन ऑफिसर रेजिमेंट हवलदार मेजर कोलेट राजेश श्रीपति हैं।

प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण के समय राष्ट्रीय सलामी देने वाली राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में थल सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 32-32 जवान शामिल होंगे.

  • वायुसेना के विंग कमांडर कुणाल खन्ना इस अंतर सेना दस्ते और दिल्ली पुलिस गार्ड का नेतृत्व करेंगे।
  • ध्वजारोहण गार्ड के नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सतविंदर सिंह के हाथों में होगी।
  • थलसेना दस्ते की कमान मेजर सूर्य प्रकाश संभालेंगे जबकि वायु सेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर रविंद्रा संभालेंगे।
  • दिल्ली पुलिस के दस्ते का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी रोहित राजवीर सिंह करेंगे।
  • राष्ट्रीय ध्वजारोहण गार्ड में शामिल भारतीय थलसेना का प्रतिनिधित्व प्रथम गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन कर रही है।
  • ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोंधित करेंगे. इसके बाद स्कूल के छात्र और एनसीसी कैडेट्स राष्ट्र गान गाएंगे।

17 स्कूलों के बच्चे
इस वर्ष यानि 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के अंतर्गत थल सेना, नौसेना और वायुसेना की शाखा के 17 विद्यालयों से 700 एनसीसी कैडेट्स ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लिया। ये कैडेट्स समारोह के दौरान स्कूल के छात्रों के साथ देश भक्ति के गीत और राष्ट्रगान गाए।

लालकिले के सामने ‘नया भारत’
शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के 41 विद्यालयों की 3,500 छात्राएं राष्ट्रगान गाएंगी और 5,000 छात्र इस कार्यक्रम का अवलोकन करेंगे. इस पावन और गौरवमय अवसर पर स्कूल के ये छात्र एवं छात्राएं लाल किले की प्राचीर के सामने ‘नयाभारत’ शब्द की अपनी अनुपम मानव संरचना के द्वारा ‘एकता में बल’ को दर्शा रहे हैं।

 

 

 

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