छत्तीसगढ

एसोचैम के झारखंड इकाई के द्वारा परिचर्चा : नया हो लहजा कहीं से भी काम करने के लिए

व्यैक्तिक जवाबदेही के साथ सिंगल विन्डो प्रभावशाली बने : सुयश

भारत में  COVID 19 महामारी बहुत गंभीर रूप से प्रभावित कियाहै, बल्कि नकारात्मक, २०२० के शुरू सेभारत के रोजगार केआंकड़े ।अवसरों कोअधिकतम करने और इस प्रक्रियामें संघर्षों और परेशानियों कोकम करने की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए, एसोचैम “ईज ऑफ डूइंगबिजनेस-राजस्व और रोजगार सृजनपर Covid19 परिदृश्य के प्रभाव परचर्चा” पर ज्ञान प्रबंधनवर्चुअल मीट का आयोजन कररहा है। वेबिनार में एसोचैम के क्षेत्रीय निदेशक श्री भरत जायसवाल ने सत्र का परिचय कराया विषय की गूढ़ता पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।

वहीं सत्र में एसोचैम के क्षेत्रीय निदेशक भरत जायसवाल ने सत्र का परिचय कराया विषय की गूढ़ता पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।

संचालन मनु सेठ, सीईओ बोल मिंज इंक और सीईओ क्लब नेटवर्क में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सलाहकार ने किया। हम मानकों को निर्धारित करनेकी जरूरत है, व्यापार में अभिनव और अवसरवादी जारहा है और यहभी व्यापार प्रथाओं में नैतिक जा रहा हैआप लंबे समय तक चलाने मेंले जाएगा । काम केपैटर्न में स्मार्टनेस को स्पष्ट रूपसे पेश करना होगा।

वहींशेयरखान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अभिजीत सरकार ने कहा कि जनसांख्यिकी की कोई सीमा नहीं है। ज्यादातर रिक्रूटर टैलेंट को देखकर हायर करते हैं ।

जनसांख्यिकी अब कोई फर्क नहीं पड़ता । पोस्ट कॉविड चूंकि स्थितियों में सुधार हो रहा है अधिकांश कर्मचारी कार्यालयों में वापस लौटने में अनिच्छा दिखा रहे हैं ।

इसके अलावा आदित्य बिड़ला समूह के उपाध्यक्ष और परियोजना प्रमुख श्रीशिव शंकरमहतो ने एक बहुतही रोचक तथ्य को इंगित करते हुए शुरुआत की कि वन, पर्यावरण और भूमि किसी भी व्यवसाय के लिए 3 बड़े मुद्दे हैं । अगर आप बिजनेस चला रहे हैं या बिजनेस चलाना चाहते हैं तो इन 3 चीजों से समझौता नहीं कर सकते। विशेष रूप से खनन उद्योग वन, पर्यावरण और भूमि में तीन सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं । आपको समाज और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना होगा। उत्पाद और अपशिष्ट को शासन में रखने की जरूरत है ।

जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के महाप्रबंधक सुयश शुक्ल ने कहा कि नीति वकालत अब दिन में बहुत जरूरी है। कोई भी व्यवसाय तब सबसे अच्छा काम करेगा जब कम कागजी कार्रवाई होगी। तकनीकी उन्नति के संबंध में कर्मचारियों का उन्नयन होना चाहिए । काम के प्रति नजरिया बदलने की जरूरत है, सिंगल विन्डो को प्रभावी बनाना होगा।

अनुमोदन और फ़ाइल आंदोलन को तेजी से करने की जरूरत है। अधिकारिक की जवाबदेही आवश्यक है।

एडवांटेज के निदेशक श्री अभिषेक पंडित ने कहा कि अब कंपनियां कम लागत और नई तकनीक के अनुकूल होने के कारण नई प्रतिभाएं चाहती हैं। सरकार नवसिखुआ लेने के लिए प्रोत्साहित और संवर्धन कर रहीहै। यह शिक्षा और कौशल उद्योग में रोमांचक समय होने जा रहा है।

स्पिकटेल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ श्रीमती पूजा जायसवाल ने बताया कि टेक प्लेटफॉर्म पर सब कुछ एनडब्ल्यू है, अंततः ग्रामीण भारत में कारोबार ग्रामीण हैं । ई-कॉमर्स गांवों में ज्यादा तेजी से पहुंच रहा है, लोग नए ट्रेंड पर भरोसा कर रहे हैं। अभी भी कौशल उन्नयन में भारी अंतर है। इन्हीं विचारों के साथ मशहूर शख्सियतों की वर्चुअल उपस्थिति में वेबिनार सम्पन्न हो गया।

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