केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने दिया ट्रांसजेंडरों को बड़ी राहत, खाते में आया ₹1500
रायपुर। पूरा देश इस समय कोरोना Covid-19 की चपेट में है। इस विकट परिस्थितियों में ट्रेनों में ताली बजाकर तो कभी बधाइयां देकर रोजी रोटी कमाने वाले ट्रांसजेंडरों व हिजड़ा समुदाय को इस लॉकडाउन के कारण गंभीर रूप से प्रभावित किया है। वे अपनी बुनियादी ज़रूरतों के लिए शुरू से ही जद्दोजहद करते आ रहे हैं, ऐसे में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से उन्हें सहायता राशि मिलना, निश्चित ही उनकी मुश्किलों को काफी हद तक कम किया है।
समुदाय से जुड़ी विद्या राजपूत ने जानकारी देते हुए कहा कि, राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान (एन.आई.एस.डी), जो कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार का एक विभाग है। ये विभाग उन सभी ट्रांसजेंडरों की जानकारी एकत्रित कर रही है, जिन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता है। इस संबंध में उन्होंने छत्तीसगढ़ से करीब 4 हजार डाटा भेजा है, जिसमें रायपुर से करीब 300 डाटा है। ट्रांसजेंडर समुदाय के समूहों और कार्यकर्ताओं को भी ई-मेल भेजा गया, ताकि ज़रूरी जानकारी प्राप्त की जाए और ज़रूरतमंद व्यक्तियों की मदद की जाए। विद्या राजपूत ने रायपुर से करीब 300 ट्रांसजेंडरों का फॉर्म भेजा था, जिसमें 50 ट्रांसजेंडरों के खाते में ₹1500 की राशि आई है। उन्होंने कहा कि बाकि ट्रांसजेंडरों का भी जल्द ही राशि उनके अकाउंट में आ जायेगी।
वर्त्तमान में एन.आई.एस.डी (NISD) के पास कुछ राज्यों से कुछ ट्रांसजेंडर व्यक्तियों का जानकारी प्राप्त हो चुका हैं। आगे से जानकारी आसानी से एक जगह संग्रहित करने के लिए, निम्न गूगल फॉर्म तैयार किया गया था। विभाग के द्वारा इस समय उठाया ये कदम निःसन्देह ट्रांसजेंडर और हिजड़ा समाज के लिए बहुत ही आवश्यक था। भारत के विभिन्न राज्यों के ट्रांसजेंडर हितग्राहियों के खाता में पंद्रह सौ रुपए राहत राशि के रूप में प्राप्त हो रहा है। इस राहत राशि से ट्रांसजेंडर/हिजड़ा समुदाय अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। भारतवर्ष के विभिन्न राज्य के ट्रांसजेंडर/हिजड़ा समुदाय इस सहयोग के लिए केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, सचिव सुब्रमण्यम, डायरेक्टर वीरेंद्र मिश्रा एवं विभाग को आभार व्यक्त किया है।