छत्तीसगढ

कोटा से लाए विद्यार्थियों को जांच के बाद सात जिला मुख्यालयों में किए क्वारेंटाइन

रायपुर। कोविड-19 के चलते देशव्यापी लॉक-डाउन में फंसे राजस्थान के कोटा में अध्ययनरत प्रदेश के 2252 छात्र-छात्राएं राज्य शासन द्वारा भेजे गए बसों से सुरक्षित लौट आए हैं। इन सभी विद्यार्थियों की जांच के बाद सात जिला मुख्यालयों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर्स में 14 दिनों के लिए रखा जाएगा। इसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी। सकुशल प्रदेश लौटने पर सभी बच्चों ने राहत की सांस ली है। उनके चेहरों पर खुशी और संतोष के भाव दिखाई दिए। उन्होंने सरकार की इस बड़ी पहल के लिए आभार व्यक्त किया है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को रखने के लिए बनाए गए सभी क्वारेंटाइन सेंटर्स में नोडल अधिकारी नियुक्त कर जांच के लिए टीम तैनात की गई है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज क्वारेंटाइन सेंटर्स का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। क्वारेंटाइन सेंटर्स में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। इनके रहने और खाने-पीने के साथ ही अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं सहित सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।

सरगुजा, सूरजपुर और कोरिया जिले के बच्चों को दुर्ग के क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखा गया है। बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही और कांकेर के बच्चों के लिए रायपुर में व्यवस्था की गई है। दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा और कबीरधाम के विद्यार्थियों के लिए बिलासपुर में, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, नारायणपुर, बीजापुर और सुकमा के लिए कांकेर में, जशपुर के बच्चों के लिए रायगढ़ में, रायपुर और महासमुंद के लिए कवर्धा में और धमतरी, गरियाबंद, बलौदाबाजार-भाटापारा एवं बलरामपुर-रामानुजगंज के बच्चों के लिए धमतरी में क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाए गए हैं।

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