छत्तीसगढ

कोरिया और सुकमा से राम-पथ पर एक साथ निकली रथ यात्रा और बाईक रैली, श्रद्धालुओं ने किया पुष्प वर्षा, 17 दिसम्बर को चंदखुरी में रैलियों का होगा समागम

सुकमा, 14 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के कोरिया और सुकमा जिले से राम-पथ पर आज एक साथ रथ यात्रा और बाईक रैली का शुभारंभ हुआ। रास्ते में जगह-जगह इस रथ-रैली का राम नाम के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर किया भव्य स्वागत किया। इस रथ रैली का आयोजन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में नई सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर किया गया है।

भगवान श्री राम के वनवास के दौरान छत्तीसगढ़ में प्रवेष के पहले पड़ाव कोरिया जिले के सीतामढ़ी-हरचौका और आखरी पड़ाव सुकमा जिले के रामाराम से राम नाम के नारे के साथ पर्यटन रथ यात्रा और बाइक रैली का शुभारंभ हुआ। पर्यटन रथ में इन पवित्र भूमि की मिट्टी, रामायण और ध्वज को रखा गया। प्रदेश के दोनों छोरों से निकली ये रैली राम वन गमन पथ का अनुसरण करते हुए 1575 किलोमीटर की दूरी तय कर 17 दिसम्बर को रायपुर के निकट स्थित माता कौशल्या की नगरी चंदखुरी में मिलेंगी।
कोरिया जिले के भरतपुर विकासखण्ड के हरचौका से सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत विधायक श्री गुलाब कमरो एवं कलेक्टर श्री एसएन राठौर ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटन रथ यात्रा व बाइक रैली का शुभारंभ किया। इसी तरह सुकमा जिले के रामाराम में नगर पालिका अध्यक्ष श्री जगन्नाथ साहू और कलेक्टर श्री विनित नन्दनवार ने रथ यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित थे।

प्रदेश के दोनों छोर से निकली रथ यात्रा और निकली बाइक रैली का जगह-जगह खड़े श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। रथ यात्रा के मार्ग में भी फूल बिछाये गए। भगवान राम के दर्शन को जिस तरह शबरी की आंखें व्याकुल थी, वही आतुरता रथ यात्रा और बाइक रैली के स्वागत के लिए बच्चे बूढ़े और जवानों में भी नजर आई। रथ यात्रा के स्वागत के साथ ही रामायण पाठ एवं धार्मिक भजनों का आयोजन भी किया गया। सुकमा जिले में रथयात्रा माता चिटमिट्टीन की पवित्र भूमि रामाराम से प्रारंभ हुई और लगभग 65 किलोमीटर की यात्रा कर बस्तर जिले की सीमा पर स्थित टाहकवाड़ा पहुंची, जहां सुकमा कलेक्टर श्री विनित नन्दनवार द्वारा बस्तर कलेक्टर श्री रजत बंसल को यात्रा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई। सुकमा जिले के रामाराम से शुरू हुई रैली में 700 से अधिक बाईकर्स तथा हजारों लोग शामिल हुए, जिनका रूट में पड़ने वाले 10 ग्राम पंचायत के सभी समुदाय के लोगों ने विभिन्न स्थानों में भव्य स्वागत किया व पुष्प वर्षा की गयी तथा बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।

रामाराम के समीप शबरी के तट से मिट्टी ली गयी तथा उसे कलश में रखकर रथ में ले जाया गया। ग्राम रकिया में संसदीय सचिव एवं बैकुण्ठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव की मौजूदगी में पर्यटन रथ यात्रा एवं बाइक रैली का स्वागत कर कोरिया जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के टेमरी में नेतृत्व सूरजपुर जिले को सौंपा जाएगा।
गौरतलब है कि रामायण काल में भगवान श्रीराम के वनवास काल के दौरान छत्तीसगढ़ में जहां-जहां उनके पदचिन्ह पड़े, उन स्थानों को राज्य सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रथम चरण में नौ स्थलों का चयन किया गया है।

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