कोरोना को हराने मानसिक रोग चिकित्सालय है तैयार, चिकित्सालय में बरती जा रही सावधानी

– पहुंचने वाले मरीजों और परिजनों को पहले हाथ सफाई के बाद ही अस्पताल में मिल रहा प्रवेश
– ज्यादा भीड़-भाड़ से बचने की दी जा रही सीख
बिलासपुर। नोवेलकोरोना वाइरस (कोविड-19) पर स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने सभी राज्यों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है जिसके तहत राज्य सरकार ने अस्पतालों में विशेष सावधानी रखने के निर्देश दिए हैं। इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ के एकमात्र मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय सेंदरी, भी कोरोना से जंग जीतने को तैयार है। यहां साफ-सफाई के जरूरी और एहतियातन आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं।
कोविड -19 वायरस संक्रमित व्यक्ति से एक स्वस्थ्य व्यक्ति में फ़ैल सकती है इसलिए आवश्यक सावधानियां और हाथ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से भी कोरोनावायरस के संक्रमण काल के ऐसे समय में जरूरी सावधानियां बरतते हुए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों और उनके परिजनों को गेट पर ही रोककर उन्हें साबुन से हाथ की सफाई कराई जा रही है। बिना हाथ साफ किए उन्हें अस्पताल में प्रवेश नहीं कराया जा रहा । हाथ धोने के बाद मरीजों और उनके परिजनों को मास्क लगाने या रूमाल, कपड़े से अपना मुंह ढंक कर ही अस्पताल में प्रवेश दिया जा रहा है।
भीड़ नहीं लगाने और साफ-सफाई रखने का अनुरोध– सेंदरी अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी.आर. नंदा ने बताया कोरोनावायरस के संक्रमण काल के ऐसे समय में हम सभी को अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है तभी संक्रमण से खुद को और दूसरों को बचाया जा सकता है। इसी के मद्देनजर लोगों से भी अनुरोध किया जा रहा है कि वे भी वायरस से बचने स्वच्छता पर ध्यान दें। अस्पताल पहुंचने वालों के लिए भी कुछ आवश्यक सतर्कता बरती जा रही है। यहां पहुंचने वाले किसी भी व्यक्ति को अस्पताल में तभी घुसने दिया जा रहा है जब उन्होंने हाथों को साबुन से साफ किया हो और मुंह को या तो मास्क नहीं तो किसी कपड़े से ढका हो। साथ ही अस्पताल में भी साफ-सफाई सामान्य दिनों की अपेक्षा बढ़ा दी गई है और भीड़ ज्यादा ना इकट्ठी हो इसे कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
जागरूकता के लिए चस्पाए पर्चे– अस्पताल प्रशासन की ओर से अस्पताल के मुख्य द्वार के साथ ही अस्पताल के ओपीडी, आवश्यक जांच एवं अन्य स्थानों पर कोरोनावायरस को लेकर जागरूकता पर्चे चस्पाए गए हैं। चस्पाए गए पर्चे में मुख्य रूप से पांच सावधानियां बरतने की सीख दी गई है –
- हाथों को साबुन से अच्छी तरह से साफ करना। विशेषकर कोई भी संक्रमित वस्तु छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ करें ।
- अच्छी तरह से हाथ साफ करना मतलब हथेली और हाथों के पीछे और ऊपर के हिस्से को अच्छी तरह से रगड़कर साफ करें ।
- खांसते या छींकते वक्त मुंह को टिशू या रूमाल से ढकें।
- बीमार व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें। किसी की व्यक्तिगत चीजों जैसे तौलिया, रूमाल, बर्तन और कप आदि का इस्तेमाल नहीं करें ।
- बीमारी का लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें ।
जरूरी हो तभी जाएं अस्पताल– अस्ताल प्रबंधन की ओऱ से लोगों से यह अपील की गई है कि यदि बहुत आवश्यक हो तभी इस दौरान अस्पताल पहुंचे। साथ ही मरीज के साथ एक या दो लोगों को ही अस्पताल आने की अनुमति दी जा रही है।