छत्तीसगढ

खाद्य मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएचडी सीसीआई के साथ किया संवाद स्थापित, लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियाँ आरंभ करने के संबंध में हुए सार्थक चर्चा

रायपुर। आज खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने पीएचडी चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज़ (सीसीआई) के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद स्थापित किया। खाद्यमंत्री ने मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए कोविड-19 के खिलाफ जंग में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उठाए गये कदमों के बारे में बताया।

खाद्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 28 जिलों के 12308 पीडीएस केंद्रों के माध्यम से खाद्यान्न का वितरण किया गया है। इस माध्यम से न सिर्फ राशनकार्ड धारियों बल्कि उन्हें भी राशन दिया गया है जिनके पास राशनकार्ड नहीं है।
चर्चा के दौरान पीएचडी सीसीआई के पदाधिकारियों ने कुछ सुझाव भी दिये, जिन पर अमल करके लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाई जा सकती है। पीएचडी सीसीआई के पदाधिकारियों ने खाद्य मंत्री के सामने अपने विचार रखते हुए कहा कि कोविड 19 के कारण उत्पन्न संकट और लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसकी वजह से निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर घटे हैं, इससे अर्थव्यवस्था को संभालना बहुत बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान कृषि क्षेत्र का है। कृषि कार्यों को सम्मिलित करने अर्थ व्यवस्था का पहिया धीरे-धीरे रफ्तार से घूमने लगेगा। कृषि के साथ उत्पादन-इस्पात उद्योग, ट्रांसपोर्ट, खाद्य प्रसंस्करण, वन्य उत्पाद, प्रोसेसिंग इकाइयों को जोड़कर अर्थव्यवस्था को दोबारा संभाला जा सकता है।
इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के साथ पीएचडी चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज़ के पदाधिकारी प्रिंसिपल निदेशक डॉ. योगेश श्रीवास्तव, अध्यक्ष डॉ. डी. के. अग्रवाल, चेयरमेन शशांक रस्तोगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बात की।

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