घबराएं नहीं, समय का सकारात्मक उपयोग करें, योग, ध्यान, प्राणायाम के साथ अच्छा भोजन करें और घरवालों को भी कराएं

रायपुर। देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्यों में ल़ॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे समय में लोगों को घर में रहने और दूसरों से ज्यादा मेल-मिलाप नहीं करने की हिदायत दी गई है। माना जा रहा है यह वक्त कोरोनावायरस संक्रमण फैलाव का सबसे सक्रिय काल है जिसके लिए इस दौरान घर में रहने के निर्देश से मानसिक तनाव, अकेलापन, मन नहीं लगने और घबराने की समस्या भी लोगों को हो सकती है। मनोचिकित्सकों का मानना है कि घबराए बगैर समय के सकारात्मक उपयोग से ऐसे समय का आनंद लिया जा सकता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं वहीं डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ की ओर से भी इस संक्रमण के फैलाव को रोकने लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर समुदाय से कम्यूनिटी ट्रांसमिशन या सामुदायिक फैलाव से बचने के लिए लोगों को घर में रहने की अपील की गई है। मनोचिकित्सकों का कहना है मानसिक अवसाद, तनाव या बोरियत से बचने यदि कुछ चीजें रोजना की जाएं तो समय आराम से गुजरेगा और अपने अंदर नई उर्जा का संचार भी होगा।
मनोचिकित्सक डॉ. सोनिया परियल बताती हैं घर में ज्यादा समय रहने और बाहर नहीं आने-जाने की वजह से मानसिक तनाव, अवसाद, अकेलापन ( जो परिवार के साथ नहीं हैं) या बोरियत हो सकती है। ऐसे समय में घबराने की जरूरत नहीं है ,बल्कि संयमित रहकर कुछ उपाय अपनाने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। उनका कहना है जो लोग परिवार के साथ हैं उन्हें भी वायरस संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता , सावधानी अपनाने के साथ ही संयम बरतने की जरूरत है।
ये करें उपाय-
-अपनी नियमित दिनचर्या रखें, समय पर सोएं और समय पर ही जागें।
-नियमित स्नान करें और बालों को अच्छी तरह साफ करें।
-परिवार में बच्चों के साथ समय बिताएं ।
-बच्चों को पारिवारिक प्लान बनाने में शामिल करें।
-नई-नई व्यंजन बनाने का प्रयास करें, अपनी रूची को पूरा करने में मन लगाएं।
-रोजाना अपने परिवार के सदस्य जो बाहर हैं उनसे वीडियो कॉल कर हालचाल लें। यही तरीका अपने सहकर्मियों के साथ भी अपनाएं।
-छोटे इंडोर गेम्स या खेल सभी के साथ घर में मिलकर खेलें।
-ध्यान, योगाभ्यास करें। गाना सुनें या गीत गाएं, हंसे और लोगों को हंसाएं और उम्मीद करें की कल अच्छा होगा।
– किताबें पढ़ें या लिखने में रूची है तो कुछ सम सामयिक विषय पर लेख लिखें।
– यदि परिवार के साथ हैं और घर में बच्चे हैं तो बच्चों को कहानियां सुनाएं।
वायरस संक्रमण से सावधानी रखनी जरूरी– कोरोनावायरस से बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षण सामान्य जुकाम या फ्लू के समान हो सकते हैं और 2-14 दिनों तक दिखाई दे सकते हैं। बीमारी की गंभीरता अलग-अलग लोगों में कम या ज्यादा हो सकती है। यदि आपको बुखार, सर्दी या गले में खराश है, तो घबराएं नहीं। अपना ध्यान और अपने अपनों का ध्यान अच्छी तरह से रखें।
अपनाएं खुद की सुरक्षा के उपाय-
-अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से खूब अच्छी तरह से धोएं।
-जब साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
-अशुद्ध हाथों से अपनी आँखें, मुँह या नाक को न छुएँ।
-खांसने या छींकने वाले व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर की दूरी पर रहें।
-संक्रमण से बचने के लिए नो-टच अभिवादन का पालन करें।
-हाथ मिलाने की बजाये “नमस्ते” या हाथ लहराने का प्रयोग करें।
– गले को साफ रखने के लिए दिन में 2-3 बार भाप लें ।
-शरीर में पानी की कमी नहीं होनें दें और पर्याप्त आराम करें।
-बार-बार हाथ धोने से वायरस का प्रसार कम हो सकता है।
-अगर हालत बिगड़ जाए या समय के साथ ठीक न हो तो डॉक्टर के पास जाएँ।
-डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवाएं लें।
अपने आस-पास संक्रमण फैलाने से बचें-
-अपने हाथों में न छींकें या खांसें । कागज़ के रुमाल या टीशू का उपयोग करें और उसे तुरंत दूर फेंक दें, या अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींकें।
-यदि आप बीमार हैं तो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएँ।
-यदि आप बीमार हैं और यदि आप किसी बीमार का ध्यान रख रहे हैं तो भी मास्क पहनें।