जम्मू-कश्मीर : आर्टिकल 370 हटने के बाद शाह का पहला दौरा, सेना और IB चीफ समेत 12 बड़े अफसरों के साथ करेंगे बैठक
नई दिल्ली/श्रीनगर, 23 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 के रद्द होने के करीब 25 महीने बाद गृह मंत्री अमित शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं। वे आज दोपहर 1 बजे बाद श्रीनगर पहुंचेंगे। घाटी में हाल की आतंकी घटनाओं में आम लोगों पर हमलों के बाद सुरक्षा के लिहाज से शाह का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। शाह तीन दिन जम्मू-कश्मीर में ही रहेंगे और कई अहम बैठकें करेंगे।
शाह के दौरे को देखते हुए गृह मंत्रालय ने कश्मीर में विशेष तौर पर स्नाइपर्स, ड्रोन और शार्पशूटर्स को तैनात किया है। इन्हें स्ट्रैटेजिक पॉइंट की देखरेख के लिए भेजा गया है।
श्रीनगर पहुंचने के बाद LG मनोज सिन्हा के साथ शाह राजभवन जाएंगे। यहां वे RAW प्रमुख सामंत कुमार गोयल, सेना के बड़े अफसरों, IB चीफ समेत 12 बड़े सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक हाईलेवल मीटिंग भी करेंगे।
यूनिफाइड कमांड मीट में भाग लेने वालों में IB चीफ अरविंद कुमार, DGP CRPF और NIA कुलदीप सिंह, DGP NSG और CISF एमए गणपति, DGP BSF पंकज सिंह, DGP जम्मू-कश्मीर दिलबाग सिंह, आर्मी कमांडर और तीन शीर्ष कोर कमांडर भी इस मीटिंग में शामिल होंगे।
DGP BSF पंकज सिंह जवानों से बातचीत करते हुए। सिंह ने LOC से लगे कुपवाड़ा, तंगधार और बांदीपोरा में सीमा सुरक्षा का जायजा लिया। सिंह 3 दिन जम्मू-कश्मीर में रहेंगे।
घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
गृहमंत्री के दौरे को लेकर पूरे कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जम्मू कश्मीर में IB, NIA, सेना, CRPF के सीनियर अधिकारी इस समय कैम्प कर रहे हैं। वे हर एक इंटेलिजेंस इनपुट्स को मॉनिटर कर रहे हैं।
श्रीनगर में पैरा मिलिट्री के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पूरे केंद्र शासित प्रदेश में CRPF की 10 और BSF की 15 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। CRPF की एक टीम डल झील और झेलम नदी में पेट्रोलिंग कर रही है। हर सड़क और गली-मुहल्लों में भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
गृह मंत्रालय ने कश्मीर में विशेष तौर पर स्नाइपर्स, ड्रोन और शार्पशूटर्स को तैनात कर दिया है।
इन कार्यक्रमों में शामिल होंगे शाह
सूत्रों के अनुसार, अमित शाह श्रीनगर से शारजाह की पहली इंटरनेशनल फ्लाइट का भी उद्घाटन करेंगे। श्रीनगर और UAE को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित सीधी उड़ान के बारे में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले महीने अपनी कश्मीर यात्रा के दौरान घोषणा की थी।
शाह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में अलग-अलग राजनैतिक दलों के डेलिगेशन, कश्मीर ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन, हाउस बोट एसोशिएशन, कश्मीर चैंबर्स ऑफ कॉमर्स, सुरक्षा एजेंसियों और कश्मीर सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग के एजेंडे में कश्मीर का विकास प्रमुख मुद्दा होगा।
गृह मंत्री 24 अक्टूबर को जम्मू में भाजपा की एक रैली को संबोधित करेंगे। 25 अक्टूबर को वे श्रीनगर के SKICC में एक रैली को संबोधित करेंगे। वे डल झील के पास आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
शाह हाल ही में आतंकियों के टारगेट किलिंग में मारे गए कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू के परिवार से मिल सकते हैं। बिंदरू को 5 अक्टूबर को गोली मार दी गई थी। इसके अलावा शाह 7 अक्टूबर को मारी गईं प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और अरशद अहमद मीर के परिजनों से भी मिल सकते हैं।
ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगहबानी की जा रही है।
शाह का दौरा आतंकियों को मैसेज
शाह के दौरे को घाटी में हालिया आतंकी गतिविधियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, पिछले 15 दिनों में अलग-अलग घटनाओं में आतंकियों ने गैर कश्मीरियों की टारगेट किलिंग कर रही है। हाल की घटनाओं में 11 लोग मारे गए हैं।
वहीं, सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों को जवाब देने के लिए पूरी घाटी में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पिछले 15 दिनों में कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों के साथ 11 मुठभेड़ों में 17 आतंकी मारे गए हैं। वहीं 9 जवान भी शहीद हुए हैं। शाह इस दौरे से आतंकियों को मैसेज भी देना चाहते हैं। उन्होंने सुरक्षाबलों को आतंकियों को के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
तिरंगे से सजा श्रीनगर, शाह के होर्डिंग भी लगााए
शाह के आगमन पर श्रीनगर की लगभग सभी सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में तिरंगे झंडे लगाए गए हैं। डल झील से होटल सेंटोर वाले रास्ते को जबरदस्त तरीके से सजाया गया है। शाह के स्वागत वाले बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर भी लगाए गए हैं।