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जलवायु संबंधित अमेरिका के विशेष दूत केरी कल आएंगे भारत, कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

वाशिंगटन, 11 सितंबर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के विशेष दूत जान केरी रविवार को भारत आ रहे हैं। वे यहां 12 से 14 सितंबर तक रहेंगे। इस दौरान व वैश्विक जलवायु लक्ष्यों और भारत के स्वच्छ ऊर्जा एजेंडे पर चर्चा करेंगे। पिछले माह केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जान केरी से फोन पर बात की थी और बताया था कि भारत स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिका के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पर्यावरण मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि केरी के साथ बातचीत के दौरान मंत्री ने भारत-अमेरिका जलवायु, स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी के तहत क्लाइमेट एक्शन एंड फाइनेंश मोबलाइजेशन डायलॉग ट्रैक (सीएएफएमडी) पर चर्चा की। पर्यावरण मंत्री यादव ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के जलवायु मुद्दे पर विशेष दूत जान केरी से फोन पर विस्तार से यह चर्चा की कि कैसे दुनिया के दो सबसे बड़े और पुराने लोकतांत्रिक देश जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर दुनिया के अन्य देशों के लिए उदाहरण पेश कर सकते हैं।

हाल में ही चीन के उप प्रधानमंत्री हान झिंग से एक डिजिटल बैठक में जान केरी ने वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को रोकने में सहयोग के लिए चीन को कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने का प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया। उल्लेखनीय है कि दुनिया में ग्रीन हाउस गैस का सबसे बड़ा उत्सर्जक चीन है। करीब 27 फीसद ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन चीन करता है। इसके बाद दूसरे नंबर पर अमेरिका है।

कैरी नहीं चाहते कि तापमान में बढ़ोतरी 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो। स्काटलैंड के ग्लासगो शहर में नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन COP-26 में वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने पर चर्चा होगी। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार कैरी ने इस महत्वपूर्ण दशक में दुनिया के देशों द्वारा गंभीर जलवायु कार्रवाइयों और वैश्विक जलवायु महत्वाकांक्षा को मजबूत करने पर जोर दिया।

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