छत्तीसगढ
जोगी परिवार को डबल झटका…अमित-ऋचा का जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के साथ ही नामांकन फॉर्म भी रद्द
अमित जोगी का जाति मामला
- भाजपा नेता समीरा पैकरा और आदिवासी नेता संत कुमार नेताम ने अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र को अविलंब रद्द करने की मांग की थी।
- शिकायत में 2019 में हाई पावर कमेटी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने के निर्णय के साथ ही अमित जोगी के जन्म स्थान को लेकर FIR का भी जिक्र किया गया था।
- शिकायत पत्र में कहा गया था कि इसमें नियमों की अनदेखी और दस्तावेजों की जांच किए बिना ही अमित जोगी को जाति प्रमाण पत्र 2 दिन में जारी कर दिया गया था।
- आदिवासी नेता संत कुमार नेताम ने 17 जून को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही कलेक्टर को आवेदन देकर मामले में अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने की मांग की थी।
अजीत जोगी की जाति का मामला
- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी की जाति के मामले में हाई-पावर कमेटी की रिपोर्ट में उन्हें आदिवासी नहीं माना गया था।
- इसके बाद छत्तीसगढ़ में उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कंवर आदिवासी होने के प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया था।
- साल 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ की तत्कालीन रमन सिंह सरकार को पूर्व आईएएस अधिकारी जोगी की जाति का पता लगाने के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे।
- जून, 2017 में कमेटी ने अपनी जांच में जोगी को आदिवासी नहीं माना. इसके खिलाफ जोगी हाईकोर्ट पहुंच गए. 2018 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दूसरी बार उच्चाधिकार स्क्रूटनी कमेटी का गठन किया था।
स्वर्गीय अजीत जोगी की बहू और अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी की जाति का मामला
- ऋचा जोगी जाति प्रमाणपत्र प्रकरण में शिकायतकर्ता संतकुमार नेताम की तरफ से कैवियट फाइल की गई थी।
- इस मामले में संतकुमार नेताम ने मुंगेली के जिला स्तरीय जाति छानबीन समिति के अध्यक्ष को भी शिकायत की थी।
- संत कुमार नेताम ने ऋचा जोगी पर गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगाते हुए इसे जल्द निरस्त करने की मांग की थी।
- इस संबंध में जिलास्तरीय छानबीन समिति ने 29 सितंबर को नोटिस जारी कर 8 अक्टूबर तक ऋचा से जवाब मांगा था, लेकिन ऋचा की जगह उसके भाई छानबीन समिति के समक्ष उपस्थित हुए।
- ऋचा जोगी को दोबारा नोटिस भेजा गया. नोटिस में उन्हें 12 अक्टूबर तक जवाब मांगा था।
- ऋचा जोगी ने छानबीन समिति के समक्ष खुद उपस्थित होने के बजाय ईमेल के जरिए अपना जवाब भेजा।
- ऋचा जोगी के भाई ऋषभ साधू ने जवाब लेकर सत्यापन समिति के सामने पेश हुए। उन्होंने मांगे गए सारे दस्तावेज सत्यापन समिति के समक्ष प्रस्तुत किए।
- जिला स्तरीय छानबीन समिति ने ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निलंबित कर दिया।
अब आगे क्या हो सकता है?
अमित जोगी का नामांकन रद्द होने के बाद अमित जोगी कोर्ट का रूख कर सकते हैं। वहीं ऋचा जोगी का भी नामांकन रद्द कर दिया गया है। ऐसे में अब ये देखना होगा कि जोगी कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा।