छत्तीसगढ

झीरम व भीमा मंडावी की हत्या में था शामिल विनोद हेमला की कोरोना से मौत

दंतेवाड़ा, 13 जुलाई। दंतेवाड़ा में बड़े नक्सली हमलों में शामिल डीवीसीएम विनोद हेमला उर्फ हुंगा हेमला (60 वर्ष) की भी कोरोना से मौत हो गई। दुर्दांत नक्सली विनोद ने सोमवार को अंतिम सांस ली। उस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा 5 लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया था। वही छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा 10 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।

पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सली कमांडर विनोद भी कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हो गया था, जिसके इसके फलस्वरूप सोमवार को उसकी मौत हो गई। विनोद नक्सली संगठन में डीवीसीएम और दक्षिण क्षेत्रीय कमेटी का सदस्य था। वह मूल रूप से सुकमा जिला अंतर्गत चिंतलनार थाना अंतर्गत के पुवर्ती गांव का निवासी था। नक्सली संगठन में आने के बाद दंतेवाड़ा जिला अंतर्गत अरनपुर थाना के ककाड़ी गांव में अपना ठिकाना बनाया हुए था। वह एके-47 से लैस रहता था।

झीरम व भीमा मंडावी की हत्या में था शामिल

बस्तर जिले में हुए झीरम कांड में विनोद प्रमुख रूप से शामिल था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक झीरम हमले में विनोद मास्टरमाइंड की भूमिका में था। उक्त हमले में कांग्रेस पार्टी के अग्रिम पंक्ति के नेताओं को निशाना बनाया गया था।

इसी कड़ी में दंतेवाड़ा के तत्कालीन विधायक भीमा मंडावी की वर्ष 2019 में हत्या में भी विनोद शामिल था। श्यामगिरी गांव में हुए आईईडी विस्फोट में तत्कालीन विधायक के साथ 4 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुये थे। इसके अलावा भी विनोद पर 40 से अधिक मामलों में नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। इससे पूर्व भी किरंदुल थाना अंतर्गत चोलनार गांव में एंटी लैंड माइन व्हीकल को विस्फोट कर क्षतिग्रस्त करने की घटना में भागीदार था। विनोद पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा 5 लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया था। वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा 10 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।

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