नक्सल मोर्चे पर डटे जवानों को अब नही होगा मलेरिया का खौप, जवानों के हाथों में एके-47 के साथ ही फॉग मशीन भी
कोण्डागांव, 26 फरवरी। जिले के अंदरूनी व माओवादी इलाको में तैनात सुरक्षा बलो को अब मलेरिया परेशान नहीं कर पाएगा। दरअसल मर्दापाल, धनोरा, ईरागांव व बयानार इलाके में तैनात जवानों को माओवादियों के साथ ही मलेरिया से भी लड़ना पड़ता है। माओवादियों को तो हमारे सुरक्षा बल के जवान पछाड़ने के साथ ही इन्हें भगाने में सक्षम है, लेकिन मलेरिया से लॉख उपायो के बाद भी जवानों को मलेरिया से ग्रसित होना पड़ रहा है। इन समस्याओं को देखते हुए जिला पुलिस बल ने जवानों को मलेरिया से बचाव करने के लिए अब इन इलाको के थाना व कैम्पों को फॅाग मशीन का वितरण किया जा रहा है। जिससे थानो व कैम्पों में तैनात जवानों को मलेरिया का खौप न सता पाए और वे अपने कर्तव्य पर मुस्तैदी से डटे रहे। पहली खेप के रूप में डीएफएफ फंड से जिला पुलिस बल को तीन फागिंग मशीन मुहैया कराई गई है। जिसे आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी ने मर्दापाल, धनोरा व ईरागांव थानो के जवानों को सौपा। इस फागिंग मशीन में एक विशेष तरह का केमिकल के साथ ही पेट्रोल व पानी निर्धारित मात्रा में मिलाकर इसका उपयोग किया जाता है। जो मशीन के चालू होते ही धुआ छोड़ने लगती है और इस धुंए के प्रभाव से मच्छर मर जाते है या तो भाग जाते है।
हर सुविधा का रख रहे ध्यान-
इलाके में माओवादियो से निपटने के लिए तैनात जवानों की हर सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है और उनकी आवश्यकतानुसार उन्हें हर वो चीज मुहैया करवाई जा रही है जो उनकी जरूरत है। पिछले दिनों ही जवानों को दैनिक उपयोग की समान उपलब्ध कराने के लिए मावा केंटिन की भी शुरूआत की है। जो अंदरूनी इलाकों में तैनात जवानों के कैम्प व थानों तक पहुंच मांगनुसार उनकी जरूरतों के समानों की पूर्ति कर रहा है।
वर्जन
अंदरूनी इलाकों में मलेरिया से जवान प्रभावित न हो इसके लिए थानो व कैम्पों में फागिंग मशीन मुहैया कराई जा रही है। जिससे कि हमारे जवान बिना किसी परेशानी के अपनी ड्यूटी कर सके।
सुंदरराज पी. आईजी
वर्जन
जवानों की हर सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है, फागिंग मशीन जरूरत पड़ने पर जवानों के द्वारा कैम्प व थानों के आसपास के इलाकें में भी उपयोग के लिए भेजा जाएगा।
सिद्वार्थ तिवारी, एसपी)