राष्ट्रीय

पंडित छन्नूलाल मिश्र समेत 141 लोगों को पद्म पुरस्कार आज, वर्ष 2020 के लिए 141 और 2021 के लिए 119 लोगों को सम्‍मान

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर। भारत रत्न के बाद देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कार सोमवार और मंगलवार को प्रदान किए जाएंगे। राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक दरबार हाल में सोमवार को आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले 141 लोगों को वर्ष 2020 के लिए और मंगलवार को 2021 के लिए 119 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे।

सात-सात लोगों को पद्म विभूषण

वर्ष 2020 और 2021 के लिए पद्म पुरस्कारों में सबसे बड़े पद्म विभूषण से सात-सात लोगों, पद्म भूषण से क्रमश: 16 और 10 लोगों और पद्म श्री से क्रमश: 118 और 102 लोगों को सम्मानित किया जाएगा।

साल 2020 के लिए इन हस्तियों को पद्म विभूषण

साल 2020 के लिए जिन लोगों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा उनमें सार्वजनिक मामलों के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री बिहार के जार्ज फर्नाडीज (मरणोपरांत) दिल्ली के अरुण जेटली और सुषमा स्वराज (दोनों को मरणोपरांत), मारीशस के पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ (मरणोपरांत), कला के लिए उत्तर प्रदेश के पंडित छन्नूलाल मिश्र, खेल के लिए मणिपुर की मैरी काम और अध्यात्म के लिए कर्नाटक के उडुपी स्थित पेजावर मठ के श्री विश्वेशतीर्थ स्वामी (मरणोपरांत) शामिल हैं।

साल 2021 के लिए इन्‍हें पद्म विभूषण

वर्ष 2021 के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने वालों में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबी, तमिलनाडु के गायक एसपी बालासुब्रमण्यम (मरणोपरांत-कला), मौलाना वहीदुद्दीन खान, बीबी लाल और अमेरिका के नरिंदर सिंह कपानी शामिल हैं।

साल 2020 के लिए इन्‍हें पद्म भूषण 

2020 के लिए पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में जम्मू-कश्मीर के मुजफ्फर हुसैन बेग (सार्वजनिक मामले),उत्तराखंड के अनिल प्रकाश जोशी (सामाजिक कार्य), गुजरात के बालकृष्ण दोषी (आर्किटेक्चर), महाराष्ट्र के आनंद म¨हद्रा (व्यापार एवं उद्योग), तेलंगाना की पीवी संधू (खेल), गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर (मरणोपरांत-सार्वजनिक मामले) और अमेरिका के जगदीश सेठ (साहित्य एवं शिक्षा) शामिल हैं।

साल 2020 के लिए ये होंगे पद्म श्री से सम्मानित

वर्ष 020 के लिए पद्म श्री से सम्मानित होने वालों में उत्तर प्रदेश की डा. पद्मावती बंदोपाध्याय (चिकित्सा), नरिंदर नाथ खन्ना (चिकित्सा), संजीव बिकचंदानी (व्यापार एवं उद्योग), योगेश प्रवीण (साहित्य एवं शिक्षा), जीतू राय (खेल), मुहम्मद शरीफ (सामाजिक कार्य), दया प्रकाश सिन्हा (कला), हरीश चंद्र वर्मा (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग) शामिल हैं। इनके अलावा झारखंड के गुरु शशधर आचार्य (कला), मधु मंसुरी हसमुख (कला), उत्तराखंड के डा. योगी एरोन (चिकित्सा), कल्याण सिंह रावत (सामाजिक कार्य), दिल्ली के जयप्रकाश अग्रवाल (व्यापार एवं उद्योग), मीनाक्षी जैन (साहित्य एवं शिक्षा), नवीन खन्ना (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग), पंजाब के जगदीश लाल आहूजा (सामाजिक कार्य), बिहार के सुजोय के गुहा (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग), बिमल कुमार जैन (सामाजिक कार्य), शांति जैन (कला), डा. शांति राय (चिकित्सा), श्याम सुंदर शर्मा (कला) और वशिष्ठ नारायण सिंह (मरणोपरांत-विज्ञान एवं इंजीनियरिंग) को भी पद्म श्री पुरस्कार दिए जाएंगे। पद्म श्री पुरस्कार पाने वालों में राजस्थान के हिम्मत राम भांभू (सामाजिक कार्य), ऊषा चौमर (सामाजिक कार्य), उस्ताद अनवर खान मांगनियार (कला), मुन्ना मास्टर (कला), छत्तीसगढ़ के मदन सिंह चौहान (कला), मध्य प्रदेश के पुरुषोत्तम दधीच (कला), अब्दुल जब्बार (मरणोपरांत-सामाजिक कार्य), नेमनाथ जैन (व्यापार एवं उद्योग), डा. लीला जोशी (चिकित्सा), जम्मू-कश्मीर के शिव दत्त निर्मोही (साहित्य एवं शिक्षा), हिमाचल प्रदेश के प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र (साहित्य एवं शिक्षा) और हरियाणा की रानी रामपाल (खेल) भी शामिल हैं।

कोरोना के चलते नहीं दिए जा सके थे पुरस्‍कार

पद्म पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर की जाती है। राष्ट्रपति मार्च-अप्रैल में ये पुरस्कार प्रदान करते हैं लेकिन कोरोना के चलते इस बार ये पुरस्कार नहीं दिए जा सके थे।

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