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पाकिस्‍तान के खतरनाक मंसूबे उजागर, बढ़ा रहा परमाणु हथियारों का जखीरा, विशेषज्ञों ने किया आगाह

इस्‍लामाबाद, 2 जुलाई। पाकिस्‍तान के खतरनाक मंसूबे एकबार फि‍र सामने आए हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान एक मजबूत परमाणु क्षमता विकसित कर रहा है। इससे वह एक भीषण परमाणु युद्ध लड सकता है। हालांकि वह आंतरिक सुरक्षा की गंभीर चुनौतियों से भी जूझ रहा है जिनसे उसके परमाणु शस्त्रागार को खतरा हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्‍तान की यह मूर्खता एक होड़ को जन्‍म दे सकती है। इसलिए हथियारों की होड़ को रोकने के लिए उपमहाद्वीप में एक हथियार-नियंत्रण समझौते की जरूरत है…

एक लेख में रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ काइल मिज़ोकामी (Kyle Mizokami) ने कहा है कि पाकिस्‍तान स्पष्ट रूप से एक मजबूत परमाणु क्षमता विकसित कर रहा है जो न केवल परमाणु युद्ध को रोक सकता है वरन लड़ सकता है। दशकों से परमाणु शक्ति संपन्न पाकिस्तान अब अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को लगातार बढ़ा रहा है ताकि विनाशकारी हमलों में समर्थ हो सके। सन 1998 में उसके पास पांच से 25 परमाणु हथियार होने का अनुमान था। काइल मिज़ोकामी लिखते हैं कि मौजूदा वक्‍त में पाकिस्तान के पास 110 से 130 परमाणु बमों के होने का अनुमान है।

साल 2015 में कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस और स्टिमसन सेंटर (Carnegie Endowment for International Peace and the Stimson Center) ने अनुमान लगाया कि पाकिस्तान की बम बनाने की क्षमता सालाना बीस बमों की है जिसका मतलब है कि पाकिस्तान जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी परमाणु ताकत बन सकता है। हालांकि अन्य पर्यवेक्षकों का मानना है कि पाकिस्तान नजदीकी भविष्य में केवल 40 से 50 परमाणु हथियार विकसित कर सकता है।

मौजूदा वक्‍त में पाकिस्तान के पास जमीन, हवा और समुद्र से मार करने वाली परमाणु हथियार प्रणालिया हैं। इनमें लड़ाकू विमान, मिसाइलें और युद्धपोत हैं। माना जाता है कि पाकिस्‍तान ने परमाणु बम ले जाने में सक्षम बनाने के लिए अमेरिका निर्मित एफ-16ए लड़ाकू विमानों और फ्रांसीसी मिराज लड़ाकू विमानों को मॉडिफाई किया था। पाकिस्‍तान ने पारमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलें भी बनाई हैं। ‘द नेशनल इंटरेस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान शाहीन-III मिसाइल को भी विकसित कर रहा है जो 1708 मील तक मार करने में सक्षम है।

पाकिस्‍तान के पास समुद्र से मार करने के लिए बाबर क्‍लास की क्रूज मिसाइलें भी हैं। इसका नया वर्जन बाबर-2 मिसाइल है जिसकी आकृति बुलेट जैसी है। इसकी मारक क्षमता 434 मील है। बाबर-2 को जंगी बेड़ों और जमीन दोनों पर तैनात किया जा सकता है। ‘द नेशनल इंटरेस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक पनडुब्बी से लॉन्च किए जाने वाले वर्जन बाबर-3 मिसाइल का जनवरी में परीक्षण किया गया था। लेख में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी परमाणु ताकत बन सकता है।

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