छत्तीसगढ

प्रदेश सरकार के द्वारा 21 मार्च को मुख्यमंत्री के द्वारा चौथी किस्त दिए जाने पर बृजमोहन का तंज

रायपुर, 19 मार्च। प्रदेश सरकार के द्वारा 21 मार्च को मुख्यमंत्री के द्वारा चौथी किस्त दिए जाने पर बृजमोहन का तंज कसते हुए कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना नहीं राजीव गांधी अन्याय योजना है। किसानों के धान के प्रति अन्याय कर रहा है। लाखों रुपए का धान पड़ गया है यह किसानों के साथ छलावा है किसानों के साथ अन्याय हैं 16 महीनों में भी किसानों को अब तक पैसा नहीं मिल पाया है।

कोविड-19 के बढ़ते हुए मामले को लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बयान* कोविड-19 के नाम पर पैसा कमाने का काम कर रही है यह सरकार सेस लगाकर करोड़ों कमा रही है निजी अस्पतालों में किसी को इलाज करवाना है तो सरकार सहायता नहीं दे रही है मैच का लुत्फ उठा रही है सरकार और आनंद उठा रही है जिसके चलते कोविड-19 चल रहा है स्कूल आंगनबाड़ी खोल दिए गए हैं बच्चों को संक्रमित करने के लिए । कोवैक्सीन की लाखों डोज़ महीनों पड़ी रही लग जाती तो कम से कम कोरोना की चेन टूट जाती । असम चुनाव में सरकार लगी हुई है और यहां लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं ।

छत्तीसगढ़ में मलेरिया के आंकड़े कम होने को लेकर बृजमोहन अग्रवाल का बयान मलेरिया फैलने का समय अभी नाहीब बारिश के समय होता है। बस्तर का हाल आप देख लीजिए । पीठ थापठापने से काम नहीं चलेगा

₹200 की सीमेंट 340 में बिक रही है भूपेश टैक्स वसूल किया जा* रहा है जनता से बाजार रेट से रॉयल्टी ली जा रही है ऐसा पूरे देश में कहीं नहीं होता हर चीज में केवल वसूली हो गई है 15 दिन से ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल चल रही है लेकिन सरकार इस बारे में सोच भी नहीं रही है

स्मार्ट सिटी को लेकर केंद्र के द्वारा रायपुर का फंड रोके जाने पर बृजमोहन अग्रवाल का बयान* स्मार्ट सिटी के फंड का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं केवल दुरुपयोग कर रहे हैं आईडेंटिफाई एरिया को छोड़कर दूसरी जगह पैसा खर्च कर रहे हैं पुरानी योजनाओं को बंद करके नई योजना शुरू कर रहे हैं काम आधे अधूरे पड़े हैं स्मार्ट सिटी की पूरी जांच होनी चाहिए कि कहां पर कितनी गड़बड़ हो रही है

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के महंगाई पर किए गए ट्वीट को लेकर बृजमोहन अग्रवाल का बयान आपको किसने रोका है आपको इतनी चिंता है तो छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल पर लग रहे वेट को आप कम क्यों नहीं कर देते अपने राज्य की चिंता नहीं है और दूसरे की चिंता कर रहे हैं

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